फटाफट न्यूज़/सीतापुर || अनिल उपाध्याय
सरगुजा…गायत्री प्रज्ञापीठ अंबिकापुर द्वारा 21वीं सदी नारी सदी की उक्ति को चरितार्थ करने तीन दिवसीय कन्या कौशल शिविर का आयोजन किया गया। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल देवगढ़ में आयोजित इस शिविर में योग स्वास्थ्य स्वाध्याय संस्कार स्वावलंबन आत्मनिर्भर कन्या जीवन मे तनाव एवं उसके निवारण आदर्श कन्या एवं वधु बनने के सूत्र यज्ञ चिकित्सा सहित विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। इस शिविर में कई गांवों से शामिल होने आई बालिकाओं ने गायत्री प्रज्ञापीठ अंबिकापुर की मुख्य प्रबंध ट्रस्टी सह डाइट प्राचार्या शशि सिंह शिक्षिका लक्ष्मी सिंह सरस्वती तिवारी अमृता जायसवाल के मार्गदर्शन में गीत संगीत खेल टोली समेत अन्य गतिविधियों के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त किया।
इस तीन दिवसीय शिविर के समापन अवसर पर कार्यक्रम में आये जनपद उपाध्यक्ष शैलेष सिंह ने बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि जब आप बड़ी होने के बाद ब्याहकर दूसरे घर जाती हैं।तब आपके कंधों पर दो कुल को सँवारने उनकी मर्यादा का ख्याल रखने एवं सभी को एक संस्कार में पिरोने की जिम्मेदारी होती हैं। जिसे निभाने हेतु आपको अभी से संस्कारी जीवन शैली अपनाना पड़ेगा। आप सभी शिक्षा के साथ अपने अंदर संस्कारो को भी बढ़ावा दीजिये। ताकि 21वीं सदी नारी सदी की उक्ति पूरी तरह चरितार्थ हो सके।कार्यक्रम को जनपद अध्यक्ष शांति देवी सभापति कृषि स्थायी समिति स्नेहा सिंह सेवानिवृत्त शिक्षक संत सिंह मधु गुप्ता नीलम सोनी तजिंदर अरोरा ने भी संबोधित कर इस आयोजन की सराहना की।
उन्होंने कहा कि, आज टेक्नॉलजी के इस आधुनिक युग में युवा पीढ़ी अपने संस्कारो को भूलने लगी हैं।उनके अंदर सनातन धर्म एवं संस्कारो को जीवित रखने के लिए समय समय पर ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए। इसके लिए जो सहयोग बन पड़ेगा किया जाएगा। अंत मे सभी शिविरार्थियों को गायत्री प्रज्ञापीठ के सौजन्य से प्रमाण पत्र वितरण किया गया।
इस तीन दिवसीय शिविर को सफल बनाने में समन्वयक गायत्री प्रज्ञापीठ एफ आर भगत शिविर समन्वयक ज्योति सिंह युवा मंडल प्रमुख मनोज कुमार भगत रवीना भगत अनिता तिवारी सुनील गुप्ता प्रभावती पैंकरा तनु पाण्डेय कृतिका भगत शारदा गुप्ता कृष्णा गुप्ता एवं ग्रामवासियों ने पूरा सहयोग प्रदान किया।