सरगुज़ा/सीतापुर/अनिल उपाध्याय
मरम्मत के अभाव में विगत साल भर से गाँव का सार्वजनिक हैंडपंप खराब पड़ा हुआ है। ग्रामीणों द्वारा संबंधित विभाग को अवगत कराने के बाद भी अधिकारी उदासीन बने बैठे है। जिसकी वजह से गाँव का यह सार्वजनिक हैंडपंप कबाड़ में तब्दील हो गया है।
ग़ौरतलब है कि ग्राम उलकिया के छिपनिया पारा में विद्युत ट्रांसफार्मर के पास लगा हैंडपंप विगत एक साल से खराब पड़ा हुआ है। इस हैंडपंप के खराब हो जाने से छिपनिया पारा के लोगो को पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है। लोगो को पीने का पानी की किल्लत दूर करने हेतु काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लंबे समय से इस समस्या का सामना कर रहे लोगो ने हैंडपंप की मरम्मत हेतु कई बार विभाग को लिखित रूप से अवगत कराया किंतु कोई असर नही हुआ। जिससे ग्रामवासियों में काफी आक्रोश व्याप्त है।
इस संबंध में ग्रामीण मुकेश, हरिलाल, जगसाय आदि ने बताया कि यह हैंडपंप विभागीय अधिकारी एवं हैंडपंप खनन करने वालो की मिलीभगत की भेंट चढ़ गई। हैंडपंप खनन के दौरान इसमे चार से पाँच पाइप डलना था। किंतु खनन ठेकेदार ने केवल तीन पाइप डालकर काम तमाम कर दिया। जब यह काम हो रहा था तब अधिकारी को मौके पर कार्य निरीक्षण हेतु बुलाया भी गया था, ताकि कार्ययोजना की जानकारी ली जा सके। किंतु संबंधित अधिकारी बहाना बनाकर टाल गये। आज हैंडपंप खनन के दौरान बरती गई लापरवाही का खामियाजा गांववालों को भुगतना पड़ रहा है। लोग सालों से खराब पड़े हैंडपंप की वजह से पेयजलापूर्ति को लेकर भारी परेशान है।
इस संबंध में एसडीओ एस एस पैंकरा ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नही है। अगर ऐसा है तो खराब हैंडपंप की मरम्मत करा दिया जायेगा।