सरगुज़ा/सीतापुर/अनिल उपाध्याय
बीमारी ठीक करने का दावा कर चंगाई सभा की आड़ में धर्म परिवर्तन करा रहे लोगो को भाजपा के विरोध के बाद पुलिस मौके से गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। थोड़ी देर बाद पुलिस ने धर्म परिवर्तन कराने वाले सभी लोगो को बिना कार्रवाई के बाइज्जत छोड़ दिया। पुलिस की इस कार्यशैली से आक्रोशित भाजपाइयों एवं मौके पर गिरफ्तार करने गये। पुलिस अधिकारी के बीच तीखी नोकझोक भी हुई। इससे नाराज भाजपाइयों ने एसडीओपी को पुलिस पर धर्मांतरण कराने वालों को शह देने का आरोप लगाते हुए ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में धर्मांतरण कराने वाले के विरुद्ध कार्रवाई की माँग करते हुए भाजपाईयो ने कहा कि अगर कार्रवाई नही हुई तो वे धरना प्रदर्शन एवं चक्काजाम कर अपना विरोध जतायेंगे। प्राप्त जानकारी अनुसार ग्राम सुर में बुधवार को दोपहर में बेवा अघनी बाई के यहाँ बीमारी दूर करने का दावा करते हुए कुछ धर्म प्रचारक चंगाई सभा का आयोजन किये थे। इस कार्यक्रम में करीब 25 से 30 लोगो की भीड़ जमा हुई थी। जब यह बात भाजपाइयों को पता चली तो वे मंडल अध्यक्ष श्रवण दास के नेतृत्व में वहाँ जा पहुँचे जहाँ जमा भीड़ प्रचारकों के साथ हाथों में बाईबल लेकर प्रार्थना कर रहे थे। यह नजारा देख भाजपाईयो ने धर्म परिवर्तन का आरोप लगा आपत्ति जताई और थाने में इसकी सूचना दे दी।
मौके पर पहुँची पुलिस ने वहाँ का माहौल देखते हुए चंगाई सभा की आड़ में धर्म परिवर्तन का खेल खेल रहे धर्म प्रचारकों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के पुलिस ने सभी धर्म प्रचारकों के विरुद्ध बिना कोई कार्रवाई किये बाइज्जत रिहा कर दिया। यह देख भाजपाइयों ने विरोध जताया जिसको लेकर पुलिस और भाजपाइयों के बीच तीखी नोकझोक भी हुई किंतु पुलिस पर इसका कोई असर नही हुआ। पुलिस की इस कार्यशैली से नाराज भाजपाइयों ने इस संबंध में एसडीओपी को गठन सौंपा और धर्म परिवर्तन करा रहे धर्म प्रचारक समेत बिना कार्रवाई के छोड़ देने वाले पुलिस अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई की माँग की। भाजपाइयों का कहना है कि अगर इस मामले में कोई कार्रवाई नही हुआ तो वे विरोधस्वरूप धरना प्रदर्शन एवं चक्काजाम करेंगे।
“इस संबंध में एसडीओपी चंद्रकांत गवर्ना ने बताया कि इस मामले में दोनों पक्षो को बुलाकर पूछताछ की जायेगी। दोनों पक्षो की राय जानने के बाद आगे की कार्रवाई किया जायेगा।”