अम्बिकापुर..(उदयपुर/क्रांति रावत).. ग्राम पंचायत उदयपुर में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र की स्थापना की गई है इसका संचालन ग्राम पंचायत के माध्यम से चांद महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा किया जा रहा है। समूह की 10 महिलाओं कमलेश्वरी राजवाड़े अध्यक्ष, रजेन बाई सचिव, केसरी राजवाड़े, सुमित्रा यादव, दीपमाला, नान बाई, संतोषी, राजवाड़े, रिंकी, सुमित्रा राजवाड़े एवं शामपति यादव द्वारा 300 घरों और दुकानों से सूखा कचरा 4 साइकिल रिक्शा के माध्यम से एकत्रित कर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र में लाया जाता है तथा इसे सभी स्वच्छता दीदियों द्वारा मिलकर सभी 8 से 10 प्रकार के कचड़ों को अलग-अलग इकट्ठा करते है ।
इन चीज़ों को रखा जाता है अलग अलग
कांच की बोतलों, पानी बॉटल साधारण पन्नी, गुटखा पाउच, लेस इत्यादि फास्ट फूड की पन्नी तथा पुट्ठे कागज, लोहा, टायर, ट्यूब, पेन एवं घरों के टूटे-फूटे सामान, वर्मी कम्पोष्ट खाद बनाने के लिए चार टैंक बनाये गए है। बाउण्ड्री वाल के बगल में लगे पेड़ पौधे फूलों के पौधे इसकी खूबसूरती बढ़ा रहे हैं। लोगों को जागरुक करने दीवालों पर पेंटिंग व नारा लेखन स्वच्छता के प्रति जागरूकता को प्रदर्शित करता है।
कब और कैसे हुई शुरुआत
अम्बिकापुर नगर निगम के स्वच्छता में प्रथम आने के बाद ग्राम पंचायत उदयपुर के प्रतिनिधियों ने उदयपुर से निकलने वाले कचरा को इकट्ठा कर उदयपुर शहर को स्वच्छ बनाने की ठानी इसमें सरपंच श्रीमती सोन श्री सिंह उपसरपंच श्री शेखर सिंह देव ने अन्य पंच गणों के साथ मंत्रणा कर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र निर्माण की चर्चा की तथा सर्वसम्मति से इसके निर्माण का निर्णय लिया गया तत्पश्चात एस्टीमेट के आधार पर प्रबंधन केंद्र का निर्माण कराया गया इस्टीमेट में कई चीजें शामिल नहीं थी उन्हें अलग से पंचायत मद से निर्मित कराया गया इनमें स्वच्छता दीदियों के उपयोग हेतु शौचालय निर्माण इनके विश्राम हेतु कार्यालय निर्माण तथा गर्मी से बचने के लिए पंखों की व्यवस्था, प्रबंधन केंद्र के सामने गार्डनिंग का कार्य भी कराया गया है तथा बाउंड्री में फेंसिंग का भी कार्य किया गया है । वर्तमान में अगस्त महीने में भवन इत्यादि निर्माण पूर्ण होने के पश्चात कचरा संग्रहण से संबंधित सारी प्रक्रियाएं प्रारंभ हो चुकी हैं।
इन चीजों से होगा स्वच्छता दीदियों को आय
ग्राम पंचायत द्वारा व्यवसायिक प्रतिष्ठानों व घरों में वितरित किए गए 300 डस्टबिन के माध्यम से व्यवसायियों व मकान मालिकों से यूजर चार्ज लिए जाएंगे तथा संग्रहित कर अलग-अलग किए गए कचरा को विक्रय से प्राप्त राशि से समूह की महिलाओं को होगा आय एक डस्टबिन का एक सौ से डेढ़ सौ रुपए साइज के हिसाब से यूजर्स चार्ज रखा गया है।
इस बारे में बात करने पर उपसरपंच शेखर सिंह देव ने बताया कि शासन की ओर से सेगरीगेशन सेंटर स्वीकृत था परंतु स्थानीय जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर इसे और विस्तारित किया गया है । समूह की महिलाओं को ग्राम पंचायत की ओर से 04 सायकिल रिक्शा, दो-दो सेट ड्रेस, मास्क, जूता, व्हिसिल, कुर्सी टेबल अलमारी पंजा फावड़ा बेलचा बड़ा टब इलेक्ट्रॉनिक कांटा 100 किलो तोल का उपलब्ध कराया गया है। यूजर्स चार्ज और कचरा विक्रय से प्राप्त राशि से इन्हें आय होगी भविष्य में 100 प्रतिशत घरों में डस्टबिन रखवाकर कचरा संग्रहण तथा गीला व तरल अपशिष्ट प्रबंधन का कार्य भी किया जाएगा
इस बारे में बात करने पर स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक रोशन गुप्ता ने बताया कि राज्य स्तरीय स्वच्छता पुरस्कार 2020 के लिए उत्कृष्ट सेगरीगेसन शेड के लिए प्रस्तावित है। डोर टू डोर कचरा संकलन में सराहनीय कार्य हो रहा है। व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के अलावा घरों से यूजर्स चार्ज लिया जा रहा है लोग स्वेच्छा से दे रहे है यह अपने आप मे उदाहरण है। आने वाले समय में स्वच्छता की दुकान का संचालन किया जाएगा इसमें सेनेटरी पैड सहित अन्य जरूरी चीजें रखी जाएगी। इससे भी इन्हें आय होगा । जिला ही नहीं प्रदेश के लिए मॉडल सेगरीगेसन सेंटर होगा। तरल अपशिष्ट प्रबंधन, माहवारी स्वच्छता प्रबंधन इत्यादि विषयों पर आगे कार्य किया जाएगा।
दो दिनों पूर्व उक्त सेंटर का निरीक्षण जिला समन्वयक के अलावा ग्राम भारती महिला मंडल भोपाल की तीन सदस्यों ने भी उक्त सेंटर का अवलोकन किया तथा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के चल रहे कार्यों की सराहना की।