फ़टाफ़ट न्यूज़/सीतापुर || अनिल उपाध्याय
सरगुजा…पद का दुरुपयोग करते हुए महिला सरपंच ने गांव की शासकीय भूमि पर अतिक्रमण किया जा रहा था। जिसका ग्रामीणों द्वारा विरोध के बाद तहसीलदार ने स्थगन आदेश जारी करते हुए अतिक्रमण पर रोक लगा दी हैं।
दरअसल, मामला ग्राम पंचायत भवराडाँड़ के वार्ड नं एक का हैं। जहाँ गांव की सरपंच मगंती ऊंजन द्वारा पड़ का दुरुपयोग करते हुए तेंदुपारा जाने वाले मार्ग पर कब्जा किया जा रहा था। सरपंच द्वारा सड़क का आधा हिस्सा पर कब्जा कर लिया गया था। जिससे तेंदुपारा वार्ड क्र एक के लोगो को दिक्कत होने लगी थी। सरपंच द्वारा किए गए सड़क पर अतिक्रमण का विरोध करते हुए महिलाओं ने सरपंच से इसे हटाने की मांग की थी। जिसे अनसुना करते हुए सरपंच ने सड़क से अतिक्रमण नही हटाया। सरपंच द्वारा पद का दुरुपयोग कर किये गए अतिक्रमण के विरुद्ध महिला समेत ग्रामीण तहसील कार्यालय पहुँच गए। जहाँ उन्होंने सरपंच द्वारा किए गए अतिक्रमण के विरुद्ध ज्ञापन सौंप सड़क से अतिक्रमण हटाने की मांग की थी। जिसके बाद तहसीलदार ने स्थगन जारी करते हुए सड़क पर किये गए अवैध अतिक्रमण के विरुद्ध रोक लगा दिया हैं।
इस संबंध में नायब तहसीलदार आर एस पैंकरा ने बताया कि, ग्रामीणों ने महिला सरपंच के विरुद्ध अतिक्रमण की शिकायत की थी। जिस पर संज्ञान लेते हुए मेरे द्वारा स्थगन जारी करते हुए रोक लगा दी गई हैं। इस संबंध में हल्का पटवारी को मौके पर भेजकर वस्तुस्थिति की जाँच कराई जायेगी।जांच रिपोर्ट के बाद फिर आगे की कार्रवाई की जायेगी।