Ambikapur News: अम्बिकापुर की महिलाओं ने नया बिजनेस आइडिया अपनाते हुए, गोबर से बने उत्पादों की बिक्री के लिए अंबिकापुर में एक्सक्लूसिव शोरूम शुरू किया गया हैं। इस एक्सक्लूसिव शोरूम “गोधन एम्पोरियम” का नाम दिया गया हैं। इस एम्पोरियम में वर्मी कम्पोस्ट के साथ-साथ गौ काष्ठ, अगरबत्ती, कण्डा और गोबर से निर्मित पेंट की बिक्री की जा रही हैं। अम्बिकापुर शहर के मुख्य चौराहे पर पिछले तीन साल से यह एम्पोरियम सफलतापूर्वक संचालित हैं। इस एम्पोरियम के संचालन का जिम्मा महिलाओं के हाथों में हैं। गोधन एम्पोरियम में काम करने वाली महिलाओं को अब तक लगभग 12 लाख से ज्यादा की आमदनी हुई हैं। किसी छोटे शॉपिंग मॉल जैसे दिखने वाले इस अनोखे एम्पोरियम में पूजा-पाठ, हवन आदि के लिए अंबिकापुर शहर के लोग गौ काष्ठ, अगरबत्ती खरीदते हैं।
इसी प्रकार छत्तीसगढ़ में लिट्टी-चोखा के शौकिन गोबर के कंडे यहां से खरीदीकर लिट्टी-चोखा तैयार करते हैं। वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग शहरी क्षेत्र के लोग घरों के गमलों के साथ ही अन्य बागवानी कार्यों के लिए कर रहे हैं। गोबर पेंट में तापमान को रोकने की क्षमता के कारण यहां इसकी बिक्री भी हो रही हैं। इस एम्पोरियम की लोकप्रियता लगातार बढ़ते जा रही हैं। वर्तमान में यहां प्रतिदिन 40 से 60 ग्राहक का आना-जाना होता हैं। गोबर के उत्पादों की लोकप्रियता को देखते हुए यहां और भी बिक्री बढ़ने की संभावना है।
गोधन एम्पोरियम से अब तक तीन वर्षों में कुल 12 लाख 49 हजार रूपए की आमदनी हो चुकी हैं। वर्ष 2020-21 में 4 लाख 50 हजार, वर्ष 2021-22 में 4 लाख 87 हजार और वर्ष 2022-23 में 3 लाख 12 हजार रूपए की आय हुई हैं। यहां कार्यरत महिला सदस्यों ने बताया कि यहां से हर महीने समूह की महिलाएं एम्पोरियम से लगभग 40 हजार रूपए कमा रही हैं। यहां गौठान महिला समूह की दो महिला सदस्य बारी-बारी से तैनात रहती हैं। अन्य दुकानों की तरह सप्ताह में एक दिन मंगलवार को एम्पोरियम में अवकाश भी रहता हैं।
सरगुजा कलेक्टर कुन्दन कुमार ने बताया कि, गोधन एम्पोरियम के जरिये एक छत में गोधन के उत्पाद लोगो को मिल रही हैं, तथा समूह की महिलाओं को भी रोजगार म रहा हैं। एम्पोरियम में गोधन उत्पादो की श्रृंखला बढ़ते जाएगी।
यह एम्पोरियम अम्बिकापुर शहरी गौठान का हिस्सा हैं। इसे गौठान से जुड़ी महिला समूह ही संचालित करती हैं। समूह की महिलाएं अम्बिकापुर सिटी लेवल फेडरेशन की सदस्य हैं, यह फेडरेशन अम्बिकापुर शहर में स्वच्छता के लिए काम कर रहा है। अब यहां गोबर से पेन्ट बनाने और दोना पत्तल तैयार करने की यूनिट भी शुरू कर दी गई हैं। गौठान समूहों की सदस्यों को लाभांश के रूप में हर माह 6 से 7 हजार रूपए मिल जाता हैं।
अम्बिकापुर सिटी लेवल फेडरेशन की अध्यक्ष शशिकला सिन्हा बताती हैं कि, यह हमारे लिए अद्भूत अनुभव है। हमने अभी तक अनाज, कपड़े तथा अन्य वस्तुओं के शोरूम के बारे में सुना था। मगर यह नहीं सोचा था कि हम अम्बिकापुर शहर के मुख्य चौराहे में आधुनिक साज-सज्जा से युक्त ऐसी दुकान चलाएंगे, जहां गोबर से बने उत्पाद बेचे जाएंगे।