अम्बिकापुर/सीतापुर/अनिल उपाध्याय। जिला प्रशासन के निर्देश पर तहसील परिसर में समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जिसका निरीक्षण करने जिला कलेक्टर कुंदन कुमार तहसील कार्यालय पहुँचे। इस दौरान कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को राजस्व प्रकरण के त्वरित निराकरण के लिए प्रत्येक स्तर पर जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने समय सीमा में काम नही करने वाले शासकीय कर्मचारियों पर सख्ती से अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की बात कही।
समाधान दिवस पर उन्होंने शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने प्राथमिकता के साथ संबंधित अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी निर्वहन करने की बात कही। उन्होंने क्षेत्र में संचालित आश्रम, स्कूलो के जर्जर भवनो का सर्वे कर तत्काल उनकी मरम्मत एवं अतिरिक्त कक्ष स्वीकृत करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि स्कूलों में शत-प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य हो। इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी पालकों की बैठक बुलाये और उन्हें बच्चो को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करे।
इस दौरान उन्होंने वन विभाग को निर्देशित कर कहा कि क्षेत्र में जंगली हाथियों की मौजूदगी का सतत निगरानी हो और हाथियों से कही कोई जनहानि न हो इसका विशेष ध्यान रखें। उन्होंने समाधान दिवस के आयोजन पर संतोष जताते हुए मनरेगा एवं अन्य शासकीय कामो में काम करने वाले मजदूरों की लंबित भुगतान के बारे में जानकारी ली। समाधान दिवस के पहले दिन राजस्व विभाग समेत अन्य विभागों से संबंधित कुल 160 आवेदन आये। जिसमे 45 आवेदनों का निराकरण किया गया शेष 115 आवेदनों को समय सीमा के अंदर निपटाया जायेगा।
समाधान दिवस के आयोजन के संबंध में पूछे गए सवाल का जबाब देते हुए कलेक्टर कुंदन कुमार ने कहा कि इस आयोजन से जिला में होने वाली जनदर्शन कार्यक्रम में भीड़ कम होगी। राजस्व मामले को लेकर जिला में दर-दर की ठोकर खाने वाले गाँव के गरीब, मजबूर एवं आर्थिक रूप से कमजोर लोगो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। समाधान दिवस पर स्थानीय प्रशासन के सहयोग से इनकी समस्याओं को दूर किया जा सके जिला प्रशासन की यही मंशा है। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत विनय कुमार लंगेह, एसडीएम अनमोल विवेक टोप्पो, तहसीलदार शशिकांत दुबे, सीईओ संजय कुमार मरकाम समेत सभी विभागों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।