Surguja News: सरगुजा जिले के एक मात्र मेडिकल कॉलेज अस्पताल से कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही प्रकाश में आया हैं। सड़क दुर्घटना में घायल युवक को इलाज के दौरान एक्सपायर ग्लूकोज की बॉटल चढ़ा दी गई। इतना ही नहीं लगभग 70 % बोतल चढ़ने के बाद जब ग्लूकोस पास होना बंद हो गई। तब जाकर परिजनों की नजर बॉटल की ओर पड़ा और पता चला की ग्लूकोज की बोतल एक्सपायर हो चुका हैं। वहीं, परिजनों के हंगामे के बाद आनन-फानन में किसी ने अचानक बॉटल को बदल भी दिया।
दरअसल, सड़क हादसे से घायल हुए युवक का नाम कुलदीप हैं। वह अम्बिकापुर का निवासी हैं। कुलदीप सड़क दुर्घटना का शिकार इसके बाद उसे उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मेल वार्ड में भर्ती कराया गया। यहां मौजूदा स्टाफ ने ग्लूकोज की बोतल चढ़ाई थी। परिजन भी वहां पर मौजूद थे। आधा से ज्यादा ग्लूकोज की बॉटल चढ़ने के बाद अचानक से पास होना बंद हो गई। इसके बाद परिजनों ने दो-तीन बार मौजूदा स्टाफ को इसकी शिकायत की। लेकिन, उन्होंने ध्यान नहीं दिया। इस बीच जब परिजन ने ग्लूकोज की बोतल पर गौर किया, तो उनके होश उड़ गए। क्योंकि, ग्लूकोज की बॉटल एक्सपायर हो चुका था।
ग्लूकोज की बॉटल में दिसंबर 2022 की एक्सपायरी डेट लिखा हुआ था। एक्सपायरी डेट की बॉटल चढ़ जाने की जानकारी जैसे ही मौजूदा स्टाफ को लगी तो उन्होंने आनन-फानन में ग्लूकोज की बॉटल चेंज कर दी। इधर, घटना के बाद परिजनों ने स्वास्थकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाया हैं। परिजनों ने कहा कि, इस लापरवाही से उसके परिवार की एक जान भी जा सकती थी।
मेडिकल स्टाफ द्वारा लापरवाही का ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी यहां इस तरह की घटना हो चुकी हैं इसमें डॉक्टर द्वारा बताई गई दवा की जगह दूसरी दवा देने के साथ ही एक्सपायर्ड दवा देने जैसे मामले भी सामने आए हैं। इसके बाद भी प्रबंधन की ओर से ऐसे लापरवाही स्टाफ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। इससे गड़बड़ियों पर रोक नहीं लग पा रही है। वहीं मरीजों की इससे जान पर बन आती है। कई मामलों में तो परिजनों को इसका पता भी नहीं चल पाता।