अम्बिकापुर. शहर के नवापारा इलाके में आज शाम उस वक्त हंगामा मच गया जब एक तेज रफ्तार तेज रफ्तार वाहन ने एक्सीडेंट किया और जब उसको स्थानीय लोगों ने पकडा तो वाहन के अंदर काफी मात्रा मे मवेशियों की हड्डी निकली.. फिर इस मामले की खबर बाजार मे फैली तो मौके पर पहुंचे लोगो ने वाहन मे तोड फोड कर दी. हालाकि बाद मे पुलिस ने मामले को शांत करा लिया..
अम्बिकापुर के नवापारा से गोधनपुर की तरफ जा रही यूपी नंबर की पिकप वाहन चालक मोहल्ले मे किसी को डैश मारकर भाग रहा था., जिसे स्थानीय लोगों ने दौडाकर पकडा. इसी बीच उन्ही मे किसी एक ने पिकप का पर्दा उठाया. तो एक्सीडेंट का विवाद बवाल मे बदल गया. दरअसल लोगों ने जब देखा कि पिकप मे मवेशियों की हड्डी लदी है तो ये बात जंगल मे आग की तरह फैल गई.. और फिर वहां पहुंचे कुछ सामाजिक संगठन के कार्यकर्ताओ और स्थानिय लोगो ने पिकप वाहन पर हमला कर तोड फोड कर दी. इधर वाहन को पकड कर मवेशियों तस्कर को मौके पर बुलवाने की मांग करने वाले हिंदूवादी संगठन के लोगों की माने तो पूरे मामले मे पुलिस की भूमिका संदिग्ध है.. मौके पर पहुंचे विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी विपिन कुमार पाण्डेय की माने तो पुलिस की इतनी गश्ती के बाद हड्डी यहां तक लाना संभव नहीं है. इतना ही नही पाण्डेय ने तो पूरे मामले की जांच पडताल मौके पर करने की मांग भी की.. गौरतलब है कि जिस पिकप मे ये हड्डियां बरामद हुई हैं उसमे आन ड्यूटी सीएसईबी लिखा है. मतलब अवैध व्यापार वाला कोई सातिर और नापाक मंसूबों वाला अपराधी भी हो सकता है.
मामले को लेकर हिंदूवादी संगठन, स्थानिय लोग और पुलिस के बीच जमकर तनातनी भी हुई. इसी दौरान पुलिस ने जब वाहन को थाने ले जाकर जांच कार्रवाई की बात कही तो लोगो का आक्रोश और बढ गया.. हालांकि बाद मे काफी संख्या मे पहुंचे पुलिस बल ने भीड को तितर बितर कर दिया. पर जब इस बवाल के बारे मे नगर पुलिस अधीक्षक आर एन यादव ने बताया कि एक पिकप, जप्त मवेशियों की हड्डी को जप्त कर थाना गांधीनगर ले जाया जा रहा है. वहां पर मामले की जांच कर पाना संभव नहीं है.
झारखंड से सटे होने के कारण पिछले एक दशक से सरगुजा के रास्ते मवेशी तस्करी के मामले तो पहले भी सामने आते रहें हैं. लेकिन मवेशी के हड्डियों के परिवहन और व्यापार का ये पहला, मामल सामने आया है. जिसके बाद चर्चा इस बात कि है कि सरगुजा संभाग के किसी ना किसी इलाके मे, अवैध कत्लखाना संचालित है. जहां, इस तरह मवेशियों की हड्डी का संग्रह कर उसका व्यापार किया जा रहा है. बहरहाल इस घटना मे पुलिस ने हो हल्ला तो शांत करा लिया है. लेकिन लोग अभी भी मौके पर मौजूद होकर दोषी को मौके पर बुलाने की मांग पर अडे हैं..