अम्बिकापुर 11 जून 2014
- सुपोषित एवं समृद्ध सरगुजा अभियान के तहत
महिलाओं को आजीविका गतिविधि से जोड़ने आज महुवापारा स्थित सामुदायिक भवन में महिला सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र का कलेक्टर ने फीता काटकर शुभारंभ किया। प्रशिक्षण केन्द्र में 30-30 महिलाओं को दो बैच में तीन माह तक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा और एटीडीसी द्वारा प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इस अवसर पर पार्षद श्रीमति मंजूषा भगत, श्री प्रेमानंद तिग्गा, महिला एवं बाल विकास के कार्यक्रम अधिकारी श्री डी.एस.मराबी, जिला शिक्षा अधिकारी श्री आर.पी. आदित्य, सीएसएसडीएम के श्री जे.पी.चैबे, रोजगार अधिकारी श्री एस.पी. ़ित्रपाठी, महिला समूह के सदस्य और वार्डवासी उपस्थित थे।
जिले में कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन के विशेष पहल पर चलाए जा रहे सुपोषित एवं समृद्ध सरगुजा अभियान के तहत महिला समूहों को आजीविका गतिविधि से जोड़ा जा रहा है। इसी कड़ी में आज 11 महिला समूहों के महिलाओं को सिलाई के माध्यम से आजीविका प्रदान करने की शुरूआत की गई। सिलाई प्रशिक्षण के द्वारा महिलाओं को तीन-तीन महीने का प्रशिक्षण देकर उन्हंे शासन द्वारा मान्य प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि जिले में जरूरतमंद एवं हुनरमंद महिलाओं को आजीविका का साधन मिले, यह प्रयास निरंतर किया जा रहा है। प्रशिक्षण में प्राप्त अवसरों का लाभ उठाएं और अनुशासन के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करें। उन्हांेने कहा कि सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र के माध्यम से स्कूल यूनिफार्म तैयार किए जाएंगे। श्रीमती सैन ने प्रशिक्षक को गुणवत्तापूर्ण एवं समय पर प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षणार्थियों द्वारा तैयार किए गए कपड़े, बाजार में उपलब्ध कपड़ों की तुलना में किसी भी तरह से कमतर नहीं होनी चाहिए। कलेक्टर ने प्रशिक्षणार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए समय पर और धैर्य से प्रशिक्षण प्राप्त करने कहा।
एटीडीसी के प्रशिक्षक ने बताया कि महिलाओं को सिलाई से संबंधित आधारभूत प्रशिक्षण दिया जाएगा। पहले बैच में 30 महिलाओं को प्रतिदिन प्रातः 10 से 2 बजे तक तथा द्वितीय बैच को दोपहर 2 बजे से सायं 5.30 बजे तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण में स्कूल यूनिफार्म तैयार करने के अलावा ब्लाउज, सलवार सूट, फ्राक, नैपी, झबला, पैंट-शर्ट आदि बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।