फिर विवादों में परसा खदान… ग्रामीण कर रहे पर्यावरणीय निरस्त करने की मांग..

परसा ओपन कास्ट खदान और पिट हेड कोल वाॅशरी की पर्यावरणीय निरस्त करने की मांग.. 

ग्रामीणों ने कलेक्टर और क्षेत्रीय पर्यावरण संरक्षण मण्डल कार्यालय में सौंपा ज्ञापन..

उदयपुर (क्रान्ति रावत) उदयपुर जनपद अंतर्गत प्रस्तावित परसा ओपन कास्ट खदान (5 एमटीपीए) और पिट हेड कोल वाॅशरी (5एमटीपीए) की पर्यावरण स्वीकृति के लिए राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (आरआरवीयूएनएल) के प्रस्ताव पर दिनांक 29/10/2017 को सरगुजा जिले के ग्राम बासेन तहसील-उदयपुर में सुबह 11 बजे  लोक सुनवाई की जाएगी। क्षेत्रीय कार्यालय छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण बोर्ड अम्बिकापुर द्वारा जारी की गई उक्त अधिसूचना पर ग्रामीणों ने आपत्ती  जताते हुये कलेक्टर और क्षेत्रीय पर्यावरण संरक्षण मण्डल कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर जन सुनवाई की अनुमति निरस्त करने की मांग की है। उक्त ज्ञापन के अुनसार  ईआईए नोटिफिकेशन में पर्यावरणीय स्वीकृति से पहले परियोजना स्थल पर या निकटतम स्थल में लोक सुनवाई का आयोजन किया जाना चाहिये जिससे स्थानीय प्रभावित व्यक्ति प्रस्तावित परियोजना के बारे में अपने विचार व्यक्त कर सकें।

इस परियोजना से प्रभावित गांव फत्तेपुर, हरिहरपुर, साल्ही और घाटबर्रा और शिवनगर हैं, जबकि जन सुनवाई ग्राम बासेन में आयोजित की जा रही है।  प्रभावित होने वाले गावों से ग्राम बासेन के लिये आवागमन हेतु सीधा रास्ता नहीं है। आवागमन हेतु एकमात्र सड़क कोयला खदान से होकर  जाती है जो ग्रामीणों के लिये सुगम नहीं है, जो कि पर्यावरण प्रभाव आंकलन (ईआईए) नोटिफिकेशन के 2006 के प्रावधानों का उल्लंघन है। इसके अतिरिक्त पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा दिनांक 01/12/2009 को जारी किये गये नोटिफिकेशन के अनुसार यदि परियोजना का विस्तार एक जिले से अधिक है तो  प्रत्येक जिले में अलग-अलग  जन सुनवाई आयोजित की जानी चाहिये।  प्रस्तावित परसा ओपन कास्ट खदान परियोजना का विस्तार सरगुजा जिले के अतिरिक्त सूरजपुर जिले तक है। इस स्थिति में दोनो जिले में अलग-अलग जनसुनवाई आयोजित की जानी चाहिये, परन्तु केवल सरगुजा जिले के एकमात्र स्थान ग्राम बासेन में ही जन सुनवाई का आयोजन उक्त नोटिफिकेशन का उल्लंघन है। इन बिन्दुओं के आधार पर ग्रामीणों ने 29/10/2017 को होने वाली जन सुनवाई को निरस्त करने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने वालों में छŸाीसगढ़ बचाओ आंदोलन के संयोजक आलोक शुक्ला, हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति के उमेश्वर सिंह आर्मो , जनपद सदस्य बाल साय कोर्राम, ग्राम पंचायत साल्ही की सरपंच रूनिया बाई, जयनंदन सिंह पोर्ते, रामलाल करियाम सहित साल्ही , हरिहरपुर, फŸोपुर,  घाटबर्रा  एवं शिवनगर के सैकड़ों ग्रामीण शामिल रहे।