अम्बिकापुर 27 जून 2014
- आॅटोमेटिक ट्राफिक सिग्नल से गांधी चैक का आवागमन हुआ सुविधाजनक
- भारी वाहनो से अब कम हो गई है दिक्कत
अम्बिकापुर नगर के हृदय स्थल गांधी चैक में आॅटोमेटिक ट्राफिक सिग्नल के लग जाने से यातायात पुलिस को भीड़-भाड़ एवं वाहनों को नियंत्रित करने में सुविधा हो रहा है। वहीं आम जनता को आने-जाने में सुविधा महसूह होने लगा है।जिला मुख्यालय एवं संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर में नगर पालिका निगम भी है और यहां की नगरीय जनसंख्या 1,37,345 है। अम्बिकापुर जिले से उत्तरप्रदेष एवं झारखण्ड राज्य की सीमा लगी हुई है और यहां से वाहनों का आना जाना लगा रहता है। इसके साथ ही रायगढ़, बिलासपुर एवं मनेन्द्रगढ़ सीधी, कटनी मार्ग में आने एवं जाने वाले यात्रियों के लिए बस सुविधा उपलब्ध होती है। अम्बिकापुर में रेल्वे स्टेषन तथा कोयला खदान होने से नगर के चैक-चैराहे में छोटे-बड़े वाहनों को भीड़-भाड़ रहना तथा आम जनता के भीड़ का दबाव नगर व चैक-चैराहे में हमेषा बना रहता था। इस बात को कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन एवं पुलिस अधीक्षक सरगुजा श्री सुन्दरराज पी ने भलीभांति जाना एवं समझा और जिले की संवेदनषील कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन एवं कानून एवं व्यवस्था के प्रति सजग पुलिस अधीक्षक श्री सुन्दरराज पी ने जिला मुख्यालय में यातायात व्यवस्था को नियंत्रित कर आम जनता के लिए बेहतर आवागमन सुविधा उपलब्ध कराने की कार्ययोजना तैयार की। कार्य योजना तहत सरगुजा जिले का कोयला खनन कारोबारी कम्पनी आदानी गु्रप के सी.एस.आर. मद सामाजिक दायित्व निधि से अम्बिकापुर नगर के प्रमुख चैक-चैराहों में आटोमेटिक ट्राफिक सिग्नल लगाकर हल्के एवं भारी वाहनों को नियंत्रित करने तथा आम जनता के आवागमन को सुविधाजनक बनाने का अभूतपूर्व निर्णय लिया। इसी का परिणाम है कि नगर के हृदय स्थल गांधी चैक में सर्वप्रथम आटोमेटिक ट्राफिक सिग्नल लगाकर नगर में यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने का शुभारंभ 22 जून 2014 को प्रदेष के गृह मंत्री श्री रामसेवक पैंकरा के द्वारा शुभारंभ किया गया। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक अम्बिकापुर का अगला कदम नगरपालिका निगम क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए अम्बेडकर चैक, खरसिया चैक एवं बिलासपुर चैक में आटोमेटिक ट्राफिक सिग्नल का शुरू कराया है।