अम्बिकापुर
यह अफसोस की बात है कि जिस सरकार को बनाने प्रजातंत्र में मतदाताओं ने वोट के रूप में अपना योगदान दिया, वहीं सरकार जनआकांक्षाओं को पुरा कर सकने में नाकाम रही है। लगातार यहां के सड़क की समस्या को लेकर पूर्व विधायक रामदेव राम, वर्तमान विधायक चिंतामणी महाराज और मैंने स्वयं प्रयास किया है। बिलासपुर रोड से दरिमा मुख्यमार्ग को मिलाने वाली इस सड़क के लिये सबने प्रयास किये कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में इसकी स्वीकृति मिले, किन्तु सरकार व प्रशासन में बैठे लोगों की अनदेखी रही की सड़क को इस योजना में शामिल नहीं किया गया। नहीं तो दरिमा से जगदीशपुर होते हुए बिलासपुर रोड को जोड़ने वाली इस सड़क की स्वीकृति जरूर मिलती। अब तो प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना बंद कर दी गई है, अब इस योजना के तहत् केवल वहीं कार्य होंगे जो कि पूर्व में स्वीकृत हो चुके हैं, नये कार्य अब इसमें नहीं जुड़ पायेंगे। प्रशासनिक लोगों ने अनदेखी ना कि होती तो आज लोगों को स्वय मजबुर होकर सड़क बनाने श्रमदान व अर्थदान नहीं करना पड़ता। छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के मुंह पर इससे बड़ा तमाचा और क्या होगा कि प्रदेश की आमजनता सरकार के आगे मांग-मांग कर थकहारकर अपने लिये स्वयं सड़क का निर्माण करने के लिये एकजुट हुई और बरसात पूर्व सड़क का निर्माण कर दिया।
उक्ताशय नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कतकालो ग्राम पंचायत में आयोजित श्रमदान एवं अर्थदान अवसर पर कही। श्री सिंहदेव ने कहा कि यदि कतकालो ग्राम पंचायत की बात की जाये तो विधानसभा चुनाव हो या फिर लोकसभा का चुनाव यहां से लगातार भारी अंतर से भाजपा आगे रही है, इसके बावजुद लोगों अब ऐसे दिन देखने पड़ रहे हैं कि बुनियादी आवश्यकताओं के लिये दर-दर की ठोकरे खा रहे हैं, जनपद से जिला पंचायत तक, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना तक हर जगह मांगे रखी गई, लेकिन इस सड़क के निर्माण में दिलचस्पी किसी ने नहीं दिखाई। किन्तु ग्रामवासीयों को चिंता नहीं करनी चाहिए राजनीति से ऊपर उठ कर विपक्ष हमेशा उनके साथ खड़ा है, जब भी आपको जरूरत हो विपक्षी नेता विधायक हमेशा जितना हो सकेगा करने को तैयार खड़े हैं। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष श्री सिंहदेव ने कहा कि ये तो सिर्फ सड़क की बात है, विधानसभा चुनाव के दौरान आप लोगों के पास एक पर्चा बांटा गया कि टीएस सिंहदेव राशनकार्ड से लोगों का नाम कटवा रहे हैं, अब आप सभी बताईये वह कौन है जो लोगों का नाम राशनकार्ड से कटवा रहा है। स्वयं सरकार आज आप लोगों के समक्ष अपने कर्मचारी भेज कर जबरदस्ती नाम काट रही है, कहीं तो ऐसा भी हो रहा है कि जहां मकान नम्बर नहीं है वहां राशन कार्ड से नाम काट दिये जा रहे हैं, किन्तु मकान नम्बर देने की जिम्मेदारी किसकी है ? क्या मकान मालिक स्वयं मकान नम्बर बना ले ? चुनाव के पूर्व जो राशनकार्ड बना रहे थे, वहीं आज राशनकार्ड काट रहे हैं, आखिर इसमें किसकी गलती है, सरकार अपनी गलती मानना छोड़, फर्जी राशनकार्ड जो कि भाजपा कार्यकर्ताओं को फायदा पहुंचाने के लिये बनाये गये हैं, उन्हें काटना छोड़ पात्र लोगों का नाम राशनकार्ड से काटे जा रहे हैं। सरकार यदि जनगणना 2011 के अनुसार प्रदेश के सभी परिवारों का राशन कार्ड बना दे तो भी अभी वर्तमान में जितने राशन कार्ड बने हैं वह ज्यादा हैं। केवल फर्जी लोगों के बने राशनकार्ड काटने जरूरत है, पात्र-अपात्र के नाम काटने की आवश्यकता ही नहीं है। सरकार केवल लोगों के साथ धोखा कर रही है। श्री सिंहदेव ने कहा कि बिजली के दर अब बढ़ने वाली है, उद्योगों के बिजली बिल में नाम मात्र की बढ़ोत्तरी की गई जबकि घरेलु बिजली बिल व कृषकों की बिजली बिल में 15 से 30 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी की जा रही है। सरकार धान का बोनस और 2100 रूपये प्रतिक्विंटल धान खरीदने के अपने वादे से भी मुकर रही है, अब तो केन्द्र में भाजपा की सरकार है फिर क्यों कृषकों को धान का बोनस व 2100 रूपये प्रतिक्विंटल धान का मूल्य दिया जा रहा है। विधायक लुण्ड्रा चिंतामणी महाराज ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज लोगों ने अर्थदान कर 6000 रूपये जमा किये हैं, जिससे सड़क निर्माण के लिये मुरूम, गिट्टी व अन्य मेटेरियल खरीदी जायेगी जो कम होगा वह जनप्रतिनिधियों द्वारा उपलब्ध करायी जायेगी। जहां इस तरह का श्रमदान एक अच्छी पहल है तो वहीं दूसरी ओर सरकार के मुंह पर तमाचा है, उस मुख्यमंत्री के लिये तमाचा जो कि अपने आप को संवेदनशील होने का प्रचार करते हैं, बार-बार जनप्रतिनिधियों के प्रयास के बावजुद सरकार व प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी का साफ मतलब है कि इस क्षेत्र से जनहित के मुद्दों से उनका कोई सरोकार नहीं है। श्री चिंतामणी महाराज ने कहा कि अब क्या करें सरकार के पास आमजनों के विकास के मुद्दे के लिये पैसे ही नहीं है तो फिर ग्रामवासियों ने स्वयं ही पैसे इक्टठा करके सड़क बनाकर एक मिसाल कायम की है और सरकार को यह एहसास भी कराया है कि हम केवल सरकार के भरोसे नहीं है, जरूरत पड़ने पर अपनी जरूरतों को पुरा करने का जज्बा भी रखते हैं। कार्यक्रम को जिला उपाध्यक्ष आलोक दुबे, ब्लाॅक कांग्रेस ग्रामीण के अध्यक्ष राकेश गुप्ता, दुर्गेश गुप्ता, सरपंच कतकालो छबीलवती वनवासी ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर प्रभात रंजन, डीसी राजवाड़े, भरत गुरूजी, बीडीसी सुमीत्रा तिर्की, सरपंच बकालो, बलराम राजवाड़े, अनवर खान, पारस राजवाड़े, जामलाल, रामसाय, तहसीलराम, पटेल नवाबांध, धमेन्द्र, पुरन राम राजवाड़े, भग्गुराम, मुन्नी बाई, भगवती बाई, उर्मीला सहित हजारों की संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे
ग्राम पंचायत कतकालों में आयोजित आमसभा पश्चात ग्रामीणों ने नेताप्रतिपक्ष के साथ रैली की शक्ल में हजारों की संख्या में दरिमा से बिलासपुर रोड मिलाने वाली कतकालो की र्जजर सड़क के निर्माण के लिये एक किलोमीटर की पदयात्रा की। इस दौरान स्वयं नेताप्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने फावड़ा चला कर श्रमदान आरंभ किया, उन्होंने स्वयं फावड़े से मिट्टी उठाकर दर्जनों महिलाओं को दी घण्टों तक चले श्रमदान के बाद लोगों ने चना व गुड़ खाकर थमान मिटाई तथा अगले दिन और श्रमदान कर सड़क को पुरी तरह से बरसात में चलने हेतु बनाने का संकल्प लिया।
इस दौरान सड़क में पूर्व में निर्माणित डब्ल्यूबीएम की सड़क में 90 से 120 एमएम का गिट्टा देख नेता प्रतिपक्ष ने अधिकारियों पर नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा कि प्रदेश में यह भ्रष्टाचार की चरम सीमा है, जहां पर सड़कों मे इतने बड़े-बडे़ गिट्टे होंगे वहां सड़क सालों कैसे चलेगी, केवल ऊपर में नाम मात्र का मुरूम बिछा कर ठेकेदारों के द्वारा सड़क निर्माण पूर्ण करा दिया जाता है, यहीं कारण है कि सड़के लम्बे समय तक नहीं चल पाते और ये बड़े – बड़े गिट्टे जो कि नियम विरूद्ध हैं सड़कों पर सेट ही नहीं हो पाते।
कार्यक्रम के दौरान एक विक्लांग व्यक्ति जीवन पन्ना आत्मज अमृत ने बताया कि 1997 से उसका राशन कार्ड बना था और उसे उसका लाभ मिल रहा था किन्तु सरकार की राशनकार्ड काटने की नीति ने उसका नाम किस आधार पर काटा समझ से परे हैं, अब उसे राशन कार्ड योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कहा कि राशनकार्ड में नाम काटने वाले कर्मचारियों से चर्चा कर नाम जुड़वाने की पहल करेंगे और उनसे यह जानकारी भी लेंगे कि किस आधार पर विक्लांग व्यक्तियों के नाम काटे जा रहे हैं। वहीं ग्रामवासियों ने बताया कि ग्राम की ही एक युवती रूकसार जो कि विक्लांग है और बिस्तर पर ही पड़ी रहती है, उसका भी नाम राशन कार्ड से काट दिया गया है।