अंतराज्यीय चिट फंड कंपनी का पर्दाफाश… नौकरी के नाम पर बेरोजगारो से वूसली जाती थी मोटी रकम..

अम्बिकापुर 

 

1/1/2000 1:41 AM (3) 1/1/2000 1:41 AM (5) 1/1/2000 1:41 AM (6) 1/1/2000 1:41 AM (10)झारखंड, उडीसा और छत्तीसगढ से बेरोजगार और खासकर आदिवासी समाज के युवक युवतियो को नौकरी का झांसा देकर मोटी रकन ऐंठने वाली एक अंतराज्यीय चिट फंड कंपनी का आज अम्बिकापुर मे पर्दाफाश हो गया है, हांलाकि ये ग्लोबल मार्केटिंग नाम की ये कंपनी वर्षो से बेरोजगारो से ठगी कर रही थी, लेकिन इस बार राज्य शासन के आदेश के बाद प्रशासन और पुलिस को इस पर कारवाही करनी ही पडी।

अम्बिकापुर मे पिछले दो तीन वर्षो से संचालित ग्लोबल मार्केटिंग कंपनी पर पुलिस और प्रशासन ने कलेक्टर के आदेश बाद दबिश दी, इस दौरान पुलिस और प्रशासन ने अग्रिम कारवाही करने के पहले उसके मुख्य दफ्तर को सील कर दिया है, पुलिस के मुताबिक ये कंपनी बेरोजगार युवक युवतियो को प्रदेश और पडोसी प्रदेश से नौकरी के नाम पर अम्बिकापुर बुलाती थी, और यंहा पर उनसे मोटी रकम ऐंठ कर उनके साथ छलावा करती थी,,

 

तेल ,साबुन,क्रीम और घर गृहस्थी के सामान के साथ अब इस चिट फंड कंपनी ने किसानो को मोटी दरो मे खाद भी मुहैया कराना शुरु कर दिया था। जिसके लिए कंपनी संचालक के पास अनुमति भी नही है, इधर इस कारवाही मे उपस्थित एसडीएम की माने तो ग्लोबल कंपनी का कृत मे 420 का अपराध बनता है, लेकिन फिलहाल सील कर अग्रिम कारवाही के लिए दस्तावेजो को शासन स्तर पर भेजा जाएगा।

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वैसे तो राज्य शासन ने तकरीबन एक महीने पहले ही चिट फंड कंपनी के खिलाफ कारवाही करने के निर्देश दिए थे, लेकिन सरगुजा मे ये कारवाही पीडित की शिकायत पर की गई है, जिसके मुताबिक कंपनी के लोग प्रत्येक लोग से 76 सौ रुपए जमाकर कर मार्केटिंग कराते थे,,और काम छोडने की बात पर जबरन रोक कर रखते थे। इतना ही नही युवको के मुताबिक अम्बिकापुर मे बैठे ग्लोबल कंपनी के संचालको के ऐजेंट बेरोजगार युवक युवतियो की जाल मे फंसा कर यंहा लाते है। और फिर बढिया नौकरी की जगह राशन सामग्री बिकवाते है।

 

नगर पुलिस अधीक्षक और एसडीएम ने आज जिस ग्लोबल मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनी पर दबिश देकर सीलिंग की कारवाही की है,, उस पर कुछ महीने भी पुलिस ने कुछ शिकायत के आधार पर दबिश तो दी थी,, लेकिन ना जाने क्यो उस वक्त कारवाही को ठंडे बस्ते मे डाल दिया गया। बहरहाल अगर समय रहते अगर ऐसी कारवाही हो जाती, तो दर्जनो बेरोजगार ठगे नही जाते।