अम्बिकापुर। कोरोना संकट के दौरान जहां लोग पाई-पाई के लिए मोहताज हो रहे हैं, वहीं एक ऑटो रिक्शा चालक ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है। उसने ऑटो में रह गए एक बैग को उसके असली मालिक तक पहुंचा दिया। बैग में मंगलसूत्र, अंगूठी, सोने-चांदी का गहना और मोबाइल था।
मामला कुछ इस प्रकार है। 27 जनवरी को शहडोल निवासी वंदना भारती जबलपुर-अम्बिकापुर ट्रेन से अम्बिकापुर अपने दीदी जीजा के घर आ रहे थे। अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन पहुचकर ऑटो लेकर अपने दीदी-जीजा के घर जिला अस्पताल के पास चली गई। लेकिन भूल से ऑटो में अपना किमती सामान सोने का एक चेन, सोने का एक मंगलसूत्र, सोने का एक अंगुठी, चांदी का चाभी छल्ला, सैमसंग का एक मोबाईल कुल किमती लगभग 01 लाख रूपये का सामान ऑटो में छोड़ कर चले गये थे।
बाद में ऑटो डाईवर द्वारा सुबह ऑटो को धोने पर देखा कि गाड़ी में सामान है। इसपर मायापुर निवासी ऑटो ड्राईवर अरविंद साहु व नवरंग निवासी ब्रम्हरोड द्वारा थाना में लाकर सुपुर्द किया गया। जिसे बाद में वंदना भारती से संपर्क कर उनका सामान सूपुर्द किया गया।
जिसके बाद थाना प्रभारी भारद्वाज सिंह, उ०नि० रामनरेश गुप्ता, स०उ०नि० प्रमोद पाण्डेय, स०उ०नि० डाकेश्वर सिंह, प्र०आर० संत कुमार चौहान व अन्य थाना स्टाफ द्वारा दोनो ऑटो ड्राईवरों को फुल माला पहनाकर सम्मानित किया गया।