अम्बिकापुर। कलेक्टर संजीव कुमार झा ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी (एसएडीओ) तथा आरएईओ (ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी) की बैठक लेकर गोधन न्याय योजना की समीक्षा की। उन्होंने गोबर खरीदी एवं वर्मी कम्पोस्ट निर्माण की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि गोधन न्याय योजना का नोडल विभाग कृषि विभाग ही है एवं गोबर खरीदी से लेकर वर्मी कम्पोस्ट निर्माण एवं बिक्री की जिम्मेदारी भी इसी विभाग को है। किन्तु अधिकारियों की उदासीनता के कारण अपेक्षित प्रगति नहीं आ पा रही है।
उन्होंने सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले कंठी गोठान के आरएईओ को निलंबित करने तथा मेण्ड्रा खुर्द, रामपुर, थोर, रनपुरकला गोठान के आरएईओ सहित अम्बिकापुर जनपद के एसएडीओ को कारण बताओ सूचना जारी करने के निर्देश दिए। वहीं ऐसे आरएईओ जिन्होंने अब तक वर्मी खाद का सैम्पल लैब में नहीं भेजा उन सब की वेतन रोकने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने वर्मी कम्पोस्ट बनाने में कमजोर प्रदर्शन वाले सभी आरएईओ को एक-एक करके गोधन न्याय योजना, योजना की शुरूआत तथा वर्मी खाद बनाने की प्रक्रिया की जानकारी ली। कई आरएईओ को योजना की शुरूआत तथा वर्मी टांके में केंचुआ की सही मात्रा की जानकारी नहीं थी। कलेक्टर ने कहा कि गोबर खरीदी एवं वर्मी कम्पोस्ट निर्माण के लिए प्रत्येक गोठान के लिए एक-एक आरएईओ को नोडल अधिकारी बनाया गया है तथा वर्मी कम्पोस्ट निर्माण के लिए विधिवत प्रशिक्षण भी दिया गया है। इसके बावजूद भी नोडल अधिकारी को शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले योजना की जानकारी न होना आश्चर्यजनक है।
उन्होंने एसएडीओ एवं आरएईओ को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि शासन के मंशानुरूप गोबर खरीदी एवं वर्मी कम्पोस्ट निर्माण का चक्र चलते रहना चाहिए ताकि गोठान आत्मनिर्भर बन सके। गोठानो में गोबर खरीदी नियमित रूप से करें। गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वर्मी खाद तैयार होने के बाद पैकिंग का काम शीघ्र शुरू करें। गोठानों में निर्मित वर्मी खाद की बिक्री की व्यवस्था भी करें।
बैठक में एसडीएम अम्बिकापुर अजय त्रिपाठी, उदयपुर एसडीएम प्रदीप साहू, सीतापुर एसडीएम दीपिका नेताम, उप संचालक एमआर भगत सहित एसएडीओ एवं आरएईओ उपस्थित थे।