सभी सरकारी अस्पतालों में जेनेरिक दवाओं का वितरण हो : श्री अमर अग्रवाल..

सभी सरकारी अस्पतालों में जेनेरिक दवाओं का वितरण हो : श्री अमर अग्रवाल


स्वास्थ्य मंत्री द्वारा रिक्त पदों की भर्ती 31 मार्च तक करने के निर्देश

ई-महतारी योजना में ए.एन.एम. को दिए जाएंगे मोबाइल फोन
स्वास्थ्य मंत्री ने की विभागीय योजनाओं की समीक्षा

रायपुर, 27 दिसम्बर 2013

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अमर अग्रवाल ने सभी सरकारी अस्पतालों  में मरीजों को जेनेरिक दवाओं का वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों में जेनेरिक दवाओं की उपलब्धता के डिस्पले बोर्ड लगाए जाएं। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि सभी डॉक्टर मरीजों को जेनेरिक दवाएं ही लिखें। जेनेरिक दवाओं की उपलब्धता का व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाए। स्वास्थ्य मंत्री श्री अग्रवाल ने आज यहां पुराना स्वास्थ्य संचालनालय रायपुर में प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक  लेकर विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। श्री अग्रवाल ने बैठक में अधिकारियों को तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के सभी रिक्त पदों पर भर्ती की कार्रवाई 31 मार्च 2014 तक पूरी करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव श्री एम.के. राऊत, आयुक्त स्वास्थ्य श्री प्रताप सिंह, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. कमलप्रीत सिंह और संचालक राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन श्री आर.पी.एस. त्यागी सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

स्वास्थ्य मंत्री ने बैठक में संस्थागत प्रसव को बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य शासन की मंशा है कि शत-प्रतिशत प्रसव अस्पतालों में हो। इससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लायी जा सकती है। इसके लिए सभी मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी समुचित प्रयास करें। उन्होंने कहा कि नये ए.एन.एम. की नियुक्ति प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों में करने के पहले उन्हें जिला अस्पतालों में प्रशिक्षण दिया जाए, ताकि वे उप स्वास्थ्य केन्द्रों में पूरी दक्षता के साथ प्रसव करा सके। उन्होंने गर्भवती माताओं एवं शिशुओं को स्वास्थ्य परीक्षण और प्रसव के लिए अस्पताल ले जाने के लिए शुरू की गई 102 महतारी एक्सप्रेस के परिचालन की भी समीक्षा की और कहा कि यदि महतारी एक्सप्रेस के लिए और एम्बुलेंस की जरूरत हो, तो प्रस्ताव बनाया जाए। श्री अग्रवाल ने स्वास्थ्य केन्द्रों के भवनों की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जिन भवनों का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है, उन भवनों का निर्माण छत्तीसगढ़ राज्य चिकित्सा निगम के माध्यम से कराया जाए। उन्होंने 108 संजीवनी एक्सप्रेस, मुक्तांजलि एक्सप्रेस और 104 चिकित्सा परामर्श सेवा के संचालन की भी समीक्षा की। श्री अग्रवाल ने तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को पदोन्नति और क्रमोन्नति के प्रकरणों को समय-सीमा के भीतर निपटारा करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी संयुक्त संचालकों से कहा कि वे इस कार्य को प्राथमिकता से करें। इसकी शिकायत नहीं आनी चाहिए। बैठक में बताया गया कि ई-महतारी योजना के तहत माताओं एवं बच्चों की जानकारी एवं पंजीयन करने के लिए सभी ए.एन.एम. को मोबाइल दिया जा रहा है। माताओं और बच्चों से संबंधित सभी डाटा मोबाइल के जरिए सर्वर में भेजे जाएंगे। श्री अग्रवाल ने मोबाइल फोन वितरण शीघ्र करने के निर्देश दिए।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री एम.के. राऊत ने अधिकारियों को स्वास्थ्य से संबंधित सभी योजनाओं का मैदानी स्तर पर पूरी गंभीरता से क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्यालय में नहीं रहने वाले कर्मचारियों के विरूद्ध भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। श्री राऊत ने सभी जिलों में स्टाफ के रहने के लिए बने भवनों का अधिग्रहण शीघ्र करने और उसे कर्मचारियों को आवंटित करने के निर्देश दिए। बैठक में प्रदेश के सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित थे।

 

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