सटटा का गढ़ बनने जा रहा जांजगीर चांपा जिला – आखिर सरगना तक क्यो नही पहुंच पाती पुलिस

  • छोटे मोटे सटोरियों को पकड़कर वाह वाही लुटती है पुलिस

जांजगीर चांपा (संजय यादव) प्रदेश मे सबसे शांत कहे जाने वाला जिला अब अपराधियों के लिए पनाह बनते जा रहा है यहां आये दिन नये -नये अपराध घटित हो रहे हैं । कही मर्डर हो रहे है..  तो कही डकैती, प्रदेश में सबसे शांत जिला अब अशांत होने जा रहा है। औ़द्योगिकरण की भेढ चड़ती जिले मे अब अपराध के ग्राम बढते जा रहा है। आये दिन पुलिस के हाथ अरोपी लग रहे है। जिले मे जुआ सटटा का खेल धीरे-धीरे अपना पैर पसार रहा है आये दिन पुलिस अलग- अलग जगहो में जुआ सटटो के खिलाडी सटोरियों को पकड़ रही है। इससे सहज अंदाज लगाया जा सकता है कि जिले मे जुआ सटटा का खेल कैसे धीरे-धीरे अपना पैर जमा रहा है। पुलिस इन अपराधों में तो लगाम लगाने की कोशिश तो करती है मगर सटटा के सरगना तक पुलिस की हाथ नही पहुचं पाती , छुटभैया सटोरी ही पुलिस की पकड़ में आते है। निश्च्ति ही यह एक बड़ा सवाल होगा कि इस खेल मे छोटे बच्चे आ रहे हैं। किक्रेट के इस महाकुंभ आईपीएल मैच मे रोज के करोडों के सटटा लग रहा है , मगर पुलिस गिने चुने लोगो तक ही पहुच रही है, या कहे पुलिस का सूचना तंत्र कमजोर हो गया कि जिले मे करोडों का खेल रोज हो रहा है और पुलिस को इसकी भनक भी नही लग रही हैं ।