शिकार से घायल हिरन का इलाज के आभाव में मौत..वन विभाग की लापरवाही हुई उजागर…!

कुत्तो के हमले से जान बचाकर हिरन खुद पहुचा वन विभाग के कार्यालय…

बलरामपुर 

बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र में इलाज के आभाव में एक घायल हिरन की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार इस हिरन को किसी अज्ञात शख्स ने कोटराही के बम्हनीपारा से लगे जंगल में तीर मार कर शिकार करने का प्रयास किया था लेकिन जान बच जाने पर हिरन भागते हुए शहर की तरफ भाग आया। पर शहर में कुत्तो ने हिरन को घेर लिया और हिरन के शरीर के जख्म को नोच नोच कर उसे और भी हताहत कर दिया इस बीच घायल हिरन खुद को कुत्तो से बचाने के लिए वन परिक्षेत्र वाड्रफनगर कार्यलय के प्रांगण में जा घुसा। बहरहाल घायल हिरन खुद चलकर अपने संरक्षण के लिए काम करने वालो के दरवाजे तक पहुच गया लेकिन इन वन्य जीव को वन्य जीव के रखवाले भी नहीं बचा सके।

सूत्रों की माने तो घायल हिरन को देख वन विभाग के लोग कार्यालय से बाहर तो आये लेकिन किसी ने उसे बचाने का कोई प्रयास नहीं किया लगभग एक घंटे तक घायल हिरन वन प्रांगण में तड़पता रहा लेकिन उसके उपचार के लिए ना तो कोई चिकित्सक बुलाया गया और ना ही इलाज के लिए ले जाने हेतु कोई वाहन ही मंगाया गया।

बेजुबान जानवर अपना दर्द जुबान से तो बयां नहीं कर सकते लेकिन शायद इस बेजुबान जानवर को ये पता था की सरकार द्वारा वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए उनका जीवन बचाने के लिए एक पूरे विभाग को तैनात कर रखा है शायद इसी लिए अपनी जान बचाने यह हिरन खुद वन विभाग के कार्यालय तक पहुच गया। लेकिन असंवेदनशील वन कर्मीयो ने उसे बचने का कोई प्रयास भी नहीं किया लिहाजा एक घंटे तक जिन्दगी और मौत से संघर्ष करते हुए हिरन ने अपने प्राण त्याग दिए। इस समबन्ध में जब हमने वन विभाग के सम्बंधित अधिकारियों से चर्चा करनी चाही तो उनका मोबाइल फोन कवरेज क्षेत्र से बाहर बता रहा था।