बलरामपुर…(कृष्णमोहन कुमार)….चुनचुना -पुनदाग ये वो गांव है..जो छत्तीसगढ़ और झारखंड की सीमा से सटे है..इन गांवों के ग्रामीणों ने कभी लाल आतंक का दंश झेला है..और आज भी कभी -जभी इन गाँवो की सीमाओं पर नक्सलियों के घुसपैठ की खबरे मिलती रही है..इतना ही नही सामरी विधानसभा क्षेत्र के इन दो गाँवो में राज्य विधानसभा चुनाव के समय मे हेलीकॉप्टर से मतदान दल को रवाना किया गया था..और कड़ी सुरक्षा के बीच इन गांवों के मतदान केंद्रों में वोटिंग हुई थी..मगर लोकसभा चुनाव 2019 में इन दोनों गाँवो के मतदान केन्द्रों को पास ही के गाँव बन्दर चुवा के प्राथमिक शाला में शिफ्ट कर दिया गया है..और मतदान दलों को भी बन्दरचुवा तक जाने में किसी प्रकार की दिक्कत नही होगी..
दरअसल उत्तर छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में स्थित बलरामपुर जिला अपनी एक अलग पहचान रखता है.. और वह इसलिए क्योंकि बलरामपुर कभी नक्सल प्रभावित पुलिस जिले के श्रेणी में रहा.. और वर्ष 2012 में इस जिले को राजस्व जिले का दर्जा मिला..जिसके बाद से झारखण्ड सीमा से सटे होने के चलते सामरी थाना क्षेत्र के चुनचुना-पुनदाग के पिछड़े पन को दूर करने का जिला प्रशासन ने प्रयास किया..मूलभूत सुविधाओं को अमली जामा पहनाने की कवायद की गई..और अब इस क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछाने का काम किया जा रहा है..यही नही जो स्थिति राज्य विधानसभा चुनाव के समय रही ..वह स्थिति इस बार लोकसभा चुनाव के समय निर्मित ना हो इसका भरसक प्रयास किया जा रहा है..इतना ही नही हालिया दिनों में आईजीपी सरगुजा ने भी इस क्षेत्र का दौरा किया..और मतदान जागरूकता अभियान के तहत लोगो को अपने मताधिकार का उपयोग करने की अपील की थी..
वही जिला प्रशासन की मेहनत का ही नतीजा है..की उन्होंने पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाते हुए..दुर्गम पथरीले रास्ते को एक सड़क का स्वरूप दिया..और सड़क निर्माण का कार्य जारी है..लोकसभा चुनाव में ग्रामीणों व मतदान दल की सोहेलियत को देखते हुए बन्दरचुवा में मतदान केंद्र को शिफ्ट किया गया..इतना ही नही आगामी दिनों में बन्दरचुवा में सरहद की सुरक्षा के लिहाज से जवानों के कैम्प खोलने की रणनीति बनाई गई है..
बता दे कि जिले में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रामानुजगंज विधानसभा क्षेत्र में 41 और सामरी विधानसभा क्षेत्र में 60 मतदान केंद्रों को सवेंदनशील की श्रेणी में रखा गया है..इतना ही नही इस जिले में सम्मिलित प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र मतदान केंद्रों को मिलाकर 664 मतदान केंद्र बनाए गए..जहाँ 23 अप्रैल को मतदान होना है..और यह क्षेत्र सरगुजा संसदीय क्षेत्र का ही हिस्सा है!..