राजिम संगम बचाने युवाओ ने राजधानी तक किया पैदल मार्च..!

राजिम संगम बचाओ अभियान में जन समर्थन

स्थानीय युवाओ ने नदी का पानी लेकर रायपुर तक किया पैदल मार्च

ब्रिगेडियर के आन्दोलन को मिल रहा कई ताकतों का समर्थन

रायपुर राजिम कुम्भ के लिए महानदी पर मुरुम की अस्थाई सड़क बनाने के विरोध में बने संगम बचाओ अभियान का रूप धीरे धीरे बढ़ता जा रहा है.. रिटायर्ड ब्रिगेडियर प्रदीप यदु के द्वारा शुरू किये गए इस अभियान को पहले पूर्ण शराब बंदी की मुहिम चलाने वाली ममता राठौर, राजेश्री महंत रामसुन्दर दास, नदी घाटी बचाओ के गौतम बन्दोप्पाध्याय, विधान सभा नेता प्रातिपक्ष टी एस सिंह देव सहित स्थानीय लोगो का समर्थन बढ़ता ही जा रहा है..

इस समबन्ध में आज राजिम के युवाओ ने राजिम संगम का पानी लेकर राजिम से रायपुर तक पैदल यात्रा की और जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों से मिलकर नदी की दुर्दशा बताई.. बहरहाल यह अभियान गैरराजनीतिक ढंग से शुरू हुआ था.. लेकिन अब अभियान में सियासी लोग भी सामने आने लगे है.. वही फ़ौज से रिटायर्ड एक ब्रिगेडियर जो देश के लिए लड़ना जानता था आज नदी को बचाने सरकार से लड़ रहा है.. और उनके इस आन्दोलन के बढ़ते कद को देख ऐसा लगता है की यह आन्दोलन राजिम कुम्भ के अलावा भी कई मुद्दों का भविष्य तय कर सकता है.. सरकार और नदी के बीच पुल बन कर खड़े ब्रिगेडियर भी आज इन युवाओं से मिले और उनका साथ देने के लिए आभार व्यक्त किया.. ऐसे आन्दोलन बहोत कम ही देखे जाते है जिसे निश्वार्थ बिना कहे बिना किसी योजना के जन समर्थन मिला हो लेकिन राजिम संगम को बचाने कुछ ऐसा ही हो रहा है.. अलग अलग क्षेत्र के लोग इस मुहिम का हिस्सा खुद ब खुद बनते जा रहे है.. लेकिन अफ़सोस की बात यह है की प्रदीप यदु के द्वारा शासन को भेजे गए मेल का अब तक कोई जवाब भी नही आया है.. जबकी लोग चारो ओर से संगम को बचाने की मांग कर रहे है.. वही इस मामले में भाजपा नेता भी यह कह कर छाती चौड़ी कर रहे है की देश में नदियों की चिंता भाजपा सरकार ने ही की है.. लिहाजा संवेदनशील मुख्यमंत्री राजिम संगम के साथ भी न्याय करेंगे.. लेकिन न्याय करना तो दूर अब तक मुख्यमंत्री कार्यालय से बात चीत करने कोई जवाब तक नहीं आया है…