मंत्रालय में हुई बी.एल.कटारे की मौत ने दिए कई सवालो को जन्म… अमित जोगी ने भी उठाये सवाल..

रायपुर नया रायपुर स्थित मंत्रालय भवन से गिर कर अनुभाग अधिकारी बी एल कटारे की मौत के मामले ने कई सवालो को जन्म दिया है.. अंदरूनी सूत्र की माने तो कटारे ने आत्म ह्त्या की है.. बताया जा रहा है की कटारे के खिलाफ दीवानी जांच चल रही थी और जांच पूरी होने पर वो जांच में निर्दोष साबित हुए थे बावजूद इसके उनका प्रमोशन नहीं किया गया था.. इतना ही नहीं जानकारी यह भी है की मंत्रायल के इस विभाग में छोटे कर्मचारी डिप्रेसन में नौकरी कर रहे है.. किसी रुतबेदार अधिकारी के द्वारा अधीनस्थ कर्मचारियों पर दबाव पूर्ण काम कराया जाता है.. बहरहाल कटारे की मौत के बाद अफवाहों का बाजार भी गर्म है.. और कहा जा रहा है की प्रमोशन सूची में भी बड़ी गड़बडिया की जाती है.. लेकिन सवाल यह है की अगर ऐसा है तो सरकार इस ओर ध्यान क्यों नहीं दे रही है.. आखिर कर्मचारी भी सरकार के अंग है.. वो भी मतदाता है और उनके लिए भी सरकार उतनी ही जिम्मेदार है.. जितनी प्रदेश के अन्य लोगो के लिए..

वही इस संबंध में मरवाही विधायक अमित जोगी ने स्कूल शिक्षा विभाग में चल रही अंदरूनी घपलेबाजी की जांच करने की मांग की है, उन्होंने कहा की रमन सरकार के स्कूल शिक्षा मंत्री से कुछ भी छिपा नही है, वो विभाग के मंत्री है और उन्हें सब पता होना चाहिए की उनके दफ्तरों में क्या चल रहा है… अधिकारी तानाशाह के कारण एक कर्मचारी आत्म हत्या कर लेता है और सरकार को शर्म नही आती.. श्री जोगी ने कहा की अगर स्व. कटारे के खिलाफ फर्जी मामले में जांच बैठाई गई थी और वो जब जांच से बरी हो गए तब भी उनका प्रमोशन नही किया जा रहा था.. ये सरकार और उनके नुमाइंदों के तानाशाह बर्ताव का उदाहरण है.. श्री जोगी ने मामले की जांच करा कर आत्म हत्या के लिए प्रेरित करने वाले सम्बन्धित अधिकारी पर एफ आई आर दर्ज करने की मांग की है।

आपको बतादें की स्कूल शिक्षा विभाग में अनुभाग अधिकारी के पद पर पदस्थ बी एल कटारे की मौत मंत्रालय की बिल्डिंग से गिरने की वजह से हो गई थी.. और शुर से ही सवाल उठ रहे थे की स्व. कटारे कुछ दिनों से उनके रुके हुए प्रमोशन को और उन पर चल रही जाँच को लेकर परेशान चल रहे थे.. और उनकी मौत पर आत्महत्या का पक्ष ज्यादा मजबूत इसलिए भी प्रतीत हो रहा है क्योकी नए मंत्रालय भवन में अधिकारी आने जाने के लिए लिफ्ट का उपयोग करते है ऐसे में कोई आकस्मिक दुर्घटना संभव नहीं है..

लिहाजा स्कूल शिक्षा विभाग के कटारे की मौत और बीते दिनों हुई मंत्रालय के अन्य कर्मचारियों की मौत ने जीएडी के नियंत्रण और कार्यशैली पर कई सवाल खड़े कर दिए है.. अलबत्ता इस मसले पर सरकार को संज्ञान लेना चाहिए…