अम्बिकापुर
अम्बिकापुर विकासखण्ड के रेवापुर गांव मे आज एक चरित्रहीन हेडमास्टर की ग्रामीणो ने जमकर धुनाई कर दी। हेडमास्टर स्कूल की नाबालिग छात्राओ के साथ अश्लील हरकत करता था। जिसके कारण पनपी तनाव की स्थिती को काबू मे करने और ग्रामीणो के आक्रोश को देखते हुए पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पंहुच गई थी।
अम्बिकापुर विकासखण्ड के रेवापुर गांव के पूर्व माध्यमिक शाला के इस प्रधानपाठक का नाम परशुराम चौधरी है। लेकिन चौधरी साहब ने अपनी समाज विरोधी करतूत के कारण शिक्षा जैसे पवित्र पेशे को एक बार फिर बदनाम करने की साजिश रची है। दरअसल परशुराम चौधरी नाम का ये प्रधान पाठक स्कूल मे पढने आने वाली छात्राओ से अश्लील हरकत करने के साथ ही उनको स्कूल बंद होने के बाद स्कूल मे बुला कर उनके साथ अश्लील हरकत करता था। जिसकी पता तब चल जब कुछ दिन पहले इसी स्कूल मे पढने वाली एक नाबालिग के साथ प्रधान पाठक चौधरी ने गांव मे स्थित अपने घर मे उसके साथ दुष्कर्म किया। पीडित के मामा शिवशंकर सिंह के मुताबिक डरी सहमी भांजी ने उनको और अपने परिजनो को इस घटना के बारे मे बताया है। कि प्रधानपाठक ने कुछ दिन पहले अपने घर मे उसको बुलाकर उसके साथ अनैतिक कृत किया है।
गांव के एक पंच डाक्टर दास ने कहा कि अगर प्रधान पाठक को निलंबित नही किया जाएगा। तो गांव के बच्चे स्कूल मे पढने नही जाएगे।
रेवापुर की इस शासकीय स्कूल का दुर्भाग्य है कि जिस प्रधान पाठक को इस स्कूल के संचालन का जिम्मा दिया गया है,,, वो ना केवल मासूम बालिकाओ से अश्लील हरकत करता है। बल्कि स्कूल मे शराब और कबाब की पार्टी भी मनाया करता था। जिसको लेकर गांव के लोगो ने कई बार प्रधानपाठक को मना किया लेकिन अपनी आदत से मजबूर प्रधान पाठक चौधरी ने किसी की नही सुनी। लिहाजा ग्रामीणो ने लामबंद होकर हेडमास्टर की पिटाई कर दी। लेकिन अब आलम ये है कि इस गांव के ज्यादातर अभिवावक अपने बच्चे को स्कूल भेजने से ही परहेज कर रहे है।
माध्यमिक शाला की नाबालिग छात्रा से जब हमने उनके प्रधानपाठक परशुराम की हरकत के बारे मे जानना चाहा तो ज्यादातर छात्रो ने यही कहा कि हेडमास्टर स्कूल मे शराब पीते है। और हमेशा हमको पकडकर पूंछते है कैसी हो। और तो और छात्राओ ने बताया कि वो कभी पीठ मे हाथ फेरते है तो कभी जेब मे सर्ट की जेब मे हाथ डालते है। जो छात्राओ के बहुत खराब लगता है।
लंबे अर्से से प्रधान पाठक परशुराम की इस करतूत को लेकर गांव वाले धीरे धीरे लामबंद हो ही रहे थे कि इस घटना के बाद आज गांव मे पंचायत बुलाकर ये तय किया गया कि प्रधानपाठक के खिलाफ कुछ कार्यवाही करनी पडी। जिसके बाद गांव वालो के मंसूबे का पता हेडमास्टर को मिलते ही वो गांव से भागने लगा। लेकिन गांव के युवाओ ने उसको दौडा कर पकडा और जमकर पिटाई कर दी। जिसके बाद गांव मे बढते तनाव की खबर मिलने पर क्षेत्र की दरिमा पुलिस के साथ मुख्यालय से प्रशासन की टीम भी मौके पर पंहुच गई। प्रशासनिक की ओर से पंहुची डिप्टी कलेक्टर निधी साहू की माने तो स्कूल की अन्य बच्चियो के बयान मे प्रधानपाठक की कृत्य का पता चला है, लेकिन फिलहाल पीडित लडकी का बयान लेना बचा है।
रेवापुर गांव जिले के उन जागरुक गांवो मे से एक है जंहा शराब बंदी के लिए महिलाओ ने बडा आंदोलन छेड रखा है। ऐसे मे यंहा के स्कूल मे प्रधानपाठक द्ववारा शराब के नशे मे गांव की नाबालिग लडकियो के साथ अश्लील हरकत करना और स्कूल को मदिरालय मे तब्दील करने का प्रयास करना गांव को लोगो का नगवार गुजर रहा है। बहरहाल ऐसे मे लगता है कि स्थिती तभी सामान्य बनेगी जब प्रधानपाठक सलाखो के पीछे होगा।