अम्बिकापुर. आदिवासी युवक पंकज बेक की मौत मामले मे विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने अपनी जांच पूरी कर ली है. पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा की अगुवाई वाली जांच कमेटी अब अपनी रिपोर्ट भाजपा आलाकमान को सौंपेगी.. जांच के बाद रिपोर्ट सौंपने से पहले आज बीजेपी जांच कमेटी के सदस्यो ने प्रेस क्लब मे पत्रकारो से चर्चा की और जांच के दौरान आए तथ्यो की जानकारी पत्रकारों को दी..
अम्बिकापुर पुलिस कस्टडी मे मौत पर सियासत का पारा अब भी चढा हुआ है.. इस मामलो को लेकर बीजेपी पहले से ही सीबीआई जांच की मांग पर अडी हुई है. जबिक प्रशासन पूरे मामले की न्यायिक जांच करा रही है. इधर पंकज बेक मौत मामले मे सीबीआई जांच के लिए अडी भाजपा ने अपनी जांच भी पूरी कर ली है. इस जांच कमेटी मे पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा, पूर्व सांसद कमलभान सिंह, पूर्व महापौर प्रबोध मिंज और भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिल सिंह मेजर शामिल है. जांच पूरी होने के बाद कमेटी के सदस्यो ने पंकज की मौत पर की गई जांच के संबध मे पत्रकारो से चर्चा की और कहा कि पंकज की मौत मामले मे पुलिस पूरी तरह संदेह के घेरे मे है. और पुलिस द्वारा पंकज की हत्या करके उसके शव को फांसी मे लटकाया गया है.
ये सच है कि आदिवासी युवक पंकज बेक की मौत के बाद सूरजपुर , सरगुजा औऱ बलरामपुर पुलिस के काफी संख्या मे बल को अम्बिकापुर बुला लिया गया था और ऐसा पहली बार हुआ कि किसी की मौत पर शव उठाने से लेकर शव के अंतिम संस्कार तक सब काम पुलिस ने किया. इतना ही नही शरीर मे चोट और करंट के शाक के निशान भी पुलिस की बेरहम पिटाई की ओर इशारा करती है. इधर इस मामले मे बीजेपी जांच कमेटी के सदस्य पूर्व गृहमंत्री ने कहा कि न्यायिक जांच की रिपोर्ट जल्द सार्वजनिक होना चाहिए. और इसमे अगर कोई दिक्कत है तो सीबीआई जांच कराई जाए.
सूरजपुर जिले के अधिना सलका का रहने वाला पंकज बेक परिवार का इकलौता सदस्य था. जो अम्बिकापुर मे रहकर अपने परिवार के पालन पोषण के लिए प्रयावेट नौकरी करता था. उसकी मौत के बाद उसकी दुधमुही बच्ची और पत्नी ने भी सरकार से मुआवजा औऱ नौकरी की मांग की है. ऐसे मे प्रदेश सरकार का अगला कदम क्या होगा. क्या मृतक के बच्ची औऱ पत्नी को न्याय मिलेगा ये सवाल अहम है. बहरहाल इस मामले पर भाजपा की जांच कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद भाजपा आलाकमान क्या करेगी . ये भी अभी साफ नहीं है…
https://youtu.be/QpBVwJEPJ3c