रायपुर
छत्तीसगढ़ में शराब दुकान खोलने का विरोध पिछले 2 महीने से चल रहा है। इसके बाद भी छत्तीसगढ़ सरकार ने 1 अप्रैल से सरकारी शराब दुकान की शुरुआत कर दी है। नई दुकानें तो खुल गईं लेकिन उन दुकानों का अब हर जगह विरोध हो रहा है। चूँकि छत्तीसगढ़ में सरकार ने खुद शराब बेंचने का निर्णय लिया है इसलिए अब विरोध को रोकने के लिए हर शराब दुकान में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जा रही है । कहीं मंदिर के बगल में तो कहीं स्कूल के पास शराब दुकानें खोली गई हैं।
दुकान के बाहर के गीता मेडिकल स्टोर का बोर्ड देखकर आप कंफ्यूज मत हो जाइयेगा। दरअसल इस मेडिकल दुकान में दवाई नहीं दारु बेंचने का काम किया जा रहा है। 1 अप्रैल को खुली इस नई शराब दुकान का विरोध भी शुरू हो गया है। शराब दुकान स्कूल के ठीक बगल में खोली गई। अब स्कूल के प्राचार्य और शिक्षक सभी इसके विरोध में उतर आये हैं। स्कूल के प्राचार्य का कहना है की वो विरोध करते हैं तो पुलिसवाले उन्हें धमकाते हैं। जबकि मंदिर, मस्जिद और स्कूल के 100 मीटर के दायरे में शराब दूकान खोलने की मनाही है। विरोध जारी है लेकिन पुलिसवाले थाने की बजाय शराब दुकान की ड्यूटी कर रहे हैं।
रायपुर के लाभांडी में हाइवे की दुकान को 500 मीटर दूर शिफ्ट करने के चक्कर में जिला प्रशाशन ने मंदिर के पास और पॉस कॉलोनी से लगे स्थान में शराब दुकान खोल दिया। शराब दुकान खुलने के बाद से ही विरोध हो रहा है। इसलिए पुलिसकर्मियों की ड्यूटी यहाँ भी लगाई गई है। पुलिसवालों का कहना है की शराब दुकान में शराब बेंचना अब सरकारी काम हो गया है। ऐसे में यहाँ कोई विरोध करने न आ सके इसलिए पुलिस सुरक्षा लगी है। जब तक विरोध होगा पुलिस तब तक सुरक्षा देगी।
सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय की हाईवे से 500 दूर में ही शराब दुकान खुलेंगी। इससे छत्तीसगढ़ में 417 दुकानें प्रभावित हुई हैं। जिन्हें अभी शिफ्ट करने का काम किया जा रहा है। इसमें 221 दुकानें देशी शराब दुकान तो वहीँ 196 विदेशी दुकान शामिल हैं। सभी दुकानें बंद तो हो गई हैं लेकिन उन दुकानों को दूसरी जगह खोलने की तैयारी की जा रही है। लगातार हो रहे विरोध के बाद छत्तीसगढ़ की रमन सरकार पुलिस के साय में शराब दुकान खोलने में आमादा है ऐसे में भला विरोध कौन कर सकता है।