चिरमिरी से रवि कुमार सावरे
पब्लिक पोल
सोमनाथ दत्ता
जो भी प्रत्याशी अपनी चुनाओ घोषणापत्र जारी कर रहे उनसे अनुरोध हेॅ कृपा कर के स्टांप पेपर मे लिख कर समय सीमा निर्धारित करे कितने दिनो मे अपना वायदा पूरा केरेगा नही तो अपने पद से इस्तीफा देगा
भ्रष्ट्राचार नहीं चलेगा
शिखा शुक्ला
चुनाव में प्रत्यासी वादें तो तमाम कर जाते है, लेकिन पूरा करना भूल जाते है। झुठे वादें वाले प्रत्याषियों को नहीं चुनेंगे। हम अच्छी सड़कों का निर्माण, नाली, नालों की नियमित सफाई व स्वच्छ पेय जल की गांरटी देने वाले कर्मठ व ईमानदार उम्मीदवारों को चुनेंगे।
नगर की सरकार के लिए शहर का प्रतिनिधि चुनने में प्रत्याषि की काबिलियत और समाजसेवा की भावना देखी जानी चाहिए। अगर राजनीति को कमाने का माध्यम कोई उम्मीदवार बनना चाहता है तो ऐसे उम्मीदवारों को नकारना होगा।
लोगो के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है चिरमिरी की घटती जन संख्या
शिल्पा रजत
चिरमिरी क्षेत्र कोयला के उत्खनन के कई स्वर्णिम दषक गुजरने के बाद वर्तमान में चिरमिरी की तस्वीर चिंताजनक बनी है। एक ओर निरंतर कोयला खाने बंद हो रही है, वही दूसरी ओर इसका प्रभाव क्षेत्र में निवास कर रहे जनता पर पड़ रही है। स्थिति यह है कि हाल के जनगणना अनुसार चिरमिरी नगर की जनसंख्या घटकर मात्र 80 हजार के आस-पास पहूंच चूकि है। जो चिरमिरी वासियों के लिये चिंता का विषय है। लेकिन इस विषय पर ना तो शासन को चिंता है और ना ही अरबो, खरबो कमा चूकि साउथ ईस्र्टन कोल फिल्डस लिमिटेड को – कोयला का खनन लगातार करती आ रही एस.ई.सी.एल. ना तो चिरमिरी के भविष्य के बारे में सोंचती है और ना ही यहां के लोगो के बारे में। चिरमिरी के जन प्रतिनिधी चिरमिरी में विकास का गंगा बहाने कि बात करते है। इस बार हम ऐसे प्रत्याषी को हम आगे लाएगें जो चिरमिरी के बारे में सोच और चिरमिरी के विकास करें।
अरुण सिंह
ऐसे लोग चुने जाएं जो कुछ काम कर सके और विकास के बारे में सोचे
कुछ जनता जागरुक हो कुछ उम्मीदवार सोचे तो बने बात अरुण सिंह वरिष्ट वकिल कहते है कि निगम का ढर्रा जनता के जागरुक होने से ही बदल सकता है। विकास के मुददों पर पार्षद के एक राय बनाएं। नगर निगम अमला अनैतिक दबवा में काम करने की मानसिकता बदलें। जनता ऐसे लोगों को चुनें जो कुछ काम कर सके। ऐसा होगा तो शहर के विकास में कोई मुष्किल न होगी।
योजनाओं का करे क्रियान्वयन
महेन्द्र कुमार दास
महापौर ऐसा योग्य व्यक्ति बनाना चाहिए, जो विकास के जनप्रतिनिधियों से जुड़कर शासन चिरमिरी की मूलभुत सुविधा का निदान कर सके बल्कि विकास भी करा सकें जो जनता के हित में सोचे और क्षेत्र में बेहतर षिक्षा के विकलप खेजे और शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सरकार से भरपुर राषि मांग सके।