गोबर का उपयोग ऊर्जा के लिए,लगेंगे 20 से अधिक प्लांट

अंबिकापुर

संभाग मुख्यालय से लगे बनारस रोड चठिरमा स्थित श्री अग्रसेन गौ सेवा सदन को तकनीकी रूप से बेहतर बनाने की तैयारी की जा रही है। गौ सेवा सदन में लगभग 500 गाय व बछड़े रखे गए हैं, जिनके गोबर का उपयोग अब ऊर्जा के रूप में किया जाएगा। यहां गायों और बछड़ों की संख्या के आधार पर करीब 20 से अधिक गोबर गैस प्लांट लगाने की तैयारी है। इससे यदि बेहतर गोबर गैस तैयार हुआ तो पूरे गौ सेवा सदन में प्रकाश की व्यवस्था हो सकेगी और आसपास के ग्रामीण इलाके में पाइप लाइन के द्वारा गोबर गैस प्रदान किया जा सकता है। सत्यमेव जयते के सी श्रीनिवासन ने आज गौ सेवा सदन के पदाधिकारियों व पशु चिकित्सकों के साथ गौ सेवा सदन पहुंच जायजा लिया है। जल्द ही यहां गोबर गैस प्लांट लगाने की शुरूआत हो जाएगी।

सरगुजा संभाग मुख्यालय से करीब पांच कि.मी. दूर बनारस मार्ग पर स्थित अग्रसेन गौ सेवा सदन में वर्षों से 500 से अधिक गाय व बछड़े रखे गए हैं। गौ सेवा सदन को शासकीय अनुदान भी प्राप्त होता है और स्थानीय स्तर से बनी समिति के द्वारा पूरी व्यवस्था बनाई जाती है। तकनीकी रूप से गौ सेवा सदन व्यवस्थित नहीं है इस कारण दुध उत्पादन बड़े पैमाने पर नहीं हो पाता है। प्रतिदिन एक ट्रक से अधिक गोबर भी निकलता है, जो फिलहाल खाद के काम ही आ रहा है। प्रतिदिन इन मवेशियों के लिए जो भूसा व अन्य चारे का उपयोग किया जाता है,वह भी बड़े पैमाने पर यत्र-तत्र फेंक दिया जाता है जो जल्दी सड़ता नहीं इस कारण उसका उपयोग भी खाद के रूप में नहीं किया जा रहा है। इन दिनों शहर में सॉलिड बेस्ड मैनेजमेंट चल रहा है। इसी तारतम्य में शहर के कई स्थानों पर कचरे से सोना बनाने का काम भी महिला स्वयं सहायता समूह ने शुरू कर दिया है। अंबिकापुर शहर में इसे बल देने आमिर खान के धारावाहिक सत्यमेव जयते के सी श्रीनिवासन अंबिकापुर पहुंचे हुए हैं और वे पिछले कुछ माह से निरंतर महिला स्व सहायता समूह को इसका प्रशिक्षण दे रहे हैं। प्रशिक्षण के बाद सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत काम भी शुरू हो गया है। सूखा और गीले कचरे को अलग-अलग कलेक्शन भी किया जा रहा है। वहीं शहर के तालाबों के लिए नासूर बने जलकुंभियों को भी कंपोस्ट खाद बनाने की शुरूआत कर दी गई है। इसी के तहत सी श्रीनिवासन सोमवार को नगर से लगे चठिरमा स्थित गौ सेवा सदन पहुंचे, जहां गौ सेवा समिति के पदाधिकारी सेवाराम अग्रवाल, करताराम गुप्ता, पशु चिकित्सक डा. सीके मिश्रा भी उनके साथ मौजूद थे। सी श्रीनिवासन ने पहले तो पूरे गौ सेवा सदन का जायजा लिया और बड़े पैमाने पर गोबर की बर्बादी और बचे हुए चारे की बरबादी देख आश्चर्यचकित रहे। उन्होंने इस गोबर का उपयोग ऊर्जा के रूप में करने की योजना बना ली। सरगुजा कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन के मार्गदर्शन में सी श्रीनिवासन ने गौ सेवा समिति के पदाधिकारियों से चर्चा कर जल्द ही यहां 20 से अधिक गोबर गैस प्लांट स्थापित करने की बात कही है। गौ सेवा सदन वे प्रतिदिन एक ट्रक से अधिक गोबर निकलता है इस लिहाज से बड़ी आसानी से 20 गोबर गैस प्लांट संचालित किए जा सकते हैं। इस प्लांट के लग जाने से गोबर का समुचित उपयोग होगा और बेहतर खाद भी प्राप्त होगा। यही नहीं गोबर गैस से निकलने वाली ऊर्जा का उपयोग 10 एकड़ से अधिक में फैले गौ सेवा सदन में रोशनी लाई जा सकती है और विद्युत की खपत को रोका जा सकता है। यही नहीं 20 प्लांटों से बेहतर गैस निकला तो आसपास के गांवों को पाइप लाइन के माध्यम से गोबर गैस की ऊर्जा दी जा सकती है। उससे मिलने वाली आमदनी को गौ सेवा सदन की व्यवस्था दुरूस्थ करने लगाया जा सकता है। जल्द ही इसकी तैयारी शुरू कर दी जाएगी। सी श्रीनिवासन ने गोबर गैस प्लांट कहां-कहां स्थापित किए जा सकते हैं इसकी भी रूपरेखा तैयार कर ली है। गोबर के अलावे पशुओं को दिए जाने वाले चारे जो हर रोज कचरे के रूप में फेंके जा रहे हैं उससे कंपोस्ट खाद भी बनाया जाएगा,जिससे गौ सेवा सदन में साफ-सफाई भी बेहतर तरीके से हो सकेगी।

बढ़ेगा दुग्ध उत्पादन-

सी श्रीनिवासन ने बताया कि गौ सेवा सदन में जिस बड़े पैमाने पर दुधारू गाय रखे गए हैं उनसे पर्याप्त दुग्ध उत्पादन नहीं हो पा रहा है। तकनीकी रूप से गौ सेवा सदन में व्यवस्था दुरूस्थ हो जाए तो पशुओं का चारा भी गौ सेवा सदन में ही तैयार किया जा सकता है और दुग्ध उत्पादन कई गुना अधिक बढ़ सकता है। सी श्रीनिवासन की पहल पर गौ सेवा समिति के पदाधिकारियों ने भी हामी भरी है और पूरी योजना पर जल्द से जल्द अमल करने का भरोसा दिया है।

महिला समूह को मिलेगा काम-

गौ सेवा सदन में प्रतिदिन गोबर उठाने और गैस प्लांट में गोबर डालने का काम एक महिला स्वयं सहायता समूह को दिया जाएगा। मौके पर मौजूद उक्त महिला समूह को सी श्रीनिवासन ने पूरी योजना की जानकारी दी तो समूह की महिलाएं यह काम करने तैयार हो गई हैं। उधर महिला समूह की सदस्यों को प्रतिदिन 130 रुपए के दर से मानदेय देने गौ सेवा सदन समिति के पदाधिकारी तैयार हो गए हैं। ऐसे में महिला समूह को गौ सेवा सदन से दोहरा लाभ प्राप्त होगा।