चिरमिरी से रवि कुमार सावरे
- आधा दर्जन से अधिक कंपनियो का जिले में डेरा
नौकरी के नाम पर युवाओं से ठगी
इक्छुक युवक-युतियां शीध्र संपर्क करे। आकर्षक वेतन आपके शहर में। कुछ ऐसे ही प्रलोभनों के जरिए माकेटिंग कंपनीयां क्षेत्र एवं जिले में पैर पसार रही है। आदिवासी संभाग में षिक्षित बेरोजगारो की बढ़ती संख्या में ऐसे प्रलोभन जल्द ही आकषर्ण का कारण बनते है। और युवक-युवतियां ऐसे जालसाजों के झांसे में फंस जाते है।
जिला मुख्यालय में तेज गति से माकेटिंग कंपनियो ने अपने पैर पसारे शुरु कर दिए है। इन कंपनियो में युवओं को रोजगार दिनाले के नाम ठगी का भी बेखौफ कारोबार चल रहा है। कहीं सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी तो कहीं माकेटिंग। क्षेत्र व आसपस के प्रचार-प्रासर के माध्यम से लुभावने प्रलोभन देकर षिक्षित युवाओं को आकर्षित कर उनसे ठगी का मामला प्रकाष में आया है।
आधा दर्जन सेंटरों का होता है संचालन
संभागिया मुख्यालय में आदिवासी युवक-युवतियों को आकर्षक वेतनमान देने का प्रलोभन देकर आकर्षित किया जाता है। शहर एंव जिले में ऐसी कई कंसलटेंसी चल रही है। जिनके द्वारा 5 वी से स्नातक पास युवाओ के लिए भी आकर्षक पैकेज दिखाकर इन कंसलटेंसी द्वारा रजिस्टेषन के नाम युवाओं से हजारों रुपए भी ऐंठे जा रहे है। पूर्व में भी शहर में आने वाली ऐसी कंपनीयो ने युवाओं से रजिस्टेषन फीस लेकर ठगी करते हुए भागने की षिकायतें प्रकाष में आई है।
पहले भी हुई हैं कारवाईयां
ऐसी फ्राड कंपनीयो के झांसे को लेकर क्षेत्र में पहले भी कई युवाओ ने पुलिस की शरण ली है। पिछले पांच साल के भीतर तीन ऐसे बाडे मामले प्रकाष में केवल मुख्यालय में प्रकाष आए, जिसमें नौकरी दिलाने वाली कंपनीयो ने युवाओं को पहले नौकरी दिलाने का झांसा दिया और फिर रजिस्टेषन वगेरह की फीस के नाम पर 5 सौ से एक हजार रुपये तक ऐठे और मौका मिलते ही उक्त फीस के साथ वे रफूचक्कर हो गए।
ऐसा ही एक मामला चिरमिरी में प्रकाष में आया हैं । चिरमिरी निवासी संदीप दास ने कोलकत्ता की RURAL DEVELOPMENT ORGANISATION कंपनी में आपना रजिस्टेषन 500 रुपये देकर कराया फिर कंपनी ने संदीप दास को एक पत्र भेजा जिसमें लिखा है कि आप कि नौकरी आपके जिले में पंचायत सेवक के रुप में हो गई है। इसके लिए आपको कंपनी में 4250 रुपए जमा करने होगे तब संदीप दास को लगा कि कंपनी में कुछ तो दाल में काल हैं और उसने इस बात को पत्रिका से कही तब पत्रिका ने जिले के सभी विभागो में इस बाात कि पुसटी की क्या ऐसे कोई कंपनी जिले मे काम कर रही है, भी या नही तक पता चला कि जिले में ऐसे किसी भी कंपनी को कोई कार्य नही दिया गया हैं। फिर पत्रिका की टिम ने RURAL DEVELOPMENT ORGANISATION कोलकत्ता की कंपनी से बात की और सारा मामला जानना चाहा तो वे बाताने से इंनकार करती रही।
ये हैं नियम
ऐसे किसी भी कंसलटेंसी या कंपनी को क्षेत्र में प्रचार-प्रसार के पूर्व अपनी सूचना क्षेत्रीय पुलिस को दी जानी चाहिए। इसके अलावा क्षेत्रीय प्रषासनिक अधिकारीयों को भी अपने कार्य से अवगत कराना चाहिए, लेकिन बिना किसी जानकारी के इनका खुलेआम संचालन होता है।
जब इस मामले को जिले के SP बी.एस ध्रुव को बताई तो उनका कहना था यह गंभीर समस्या है। हम क्षेत्र में ऐसी कंपनी की षिकायतों पर कार्रवाही करेगे। यदि कोई युवा प्रताडित है तो पुलिस में षिकायत दर्ज कराए। हम भी भी ऐसे मामले में सत्यापन कार्य कराएंगे।