कोरिया. जिले के बैकुण्ठपुर ब्लॉक में स्थित शासकीय हेचरी (शासकीय कुक्कुट पालन परिक्षेत्र, बैकुण्ठपुर) में पिछले दिनों लगभग 5000 बटेर और मुर्गियों की मौत हो गई थी. मौत की मुख्य वजह बर्डफ्लू को बताया जा रहा है. जो काफी खतरनाक और संक्रमित बिमारी है. इस बिमारी से मुर्गी और पक्षियों को ख़तरा तो रहता ही है साथ ही इंसानी जान को भी इससे ख़तरा रहता है. इस बिमारी की पशु पालन विभाग के प्रभारी संचालक के पुष्टि करने के बाद. अब जिला पशु चिकित्सा विभाग ने बैकुण्ठपुर के शासकीय हेचरी में बचे लगभग 5000 मुर्गियों और बटेर को मारकर डिस्पोज करने की कार्रवाई कर रही है.
- विभाग की लापरवाही
वहीँ शासकीय हेचरी में फैली इस बर्डफ्लू में विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही सामने आ रही है. बताया जा रहा है की विभाग द्वारा पहले से इसके लिए एहतियात नहीं बरती गई. जिससे यह बिमारी बढ़ गई और हज़ारों की संख्या में मुर्गियों और बटेरों की मौत हो गई. जिसमे साफ़ तौर पर विभाग की लापरवाही मानी जा रही है.
- छत्तीसगढ़ का पहला मामला
बता दें की, छत्तीसगढ़ में बर्डफ्लू का यह बड़ा और पहला मामला हैं. वहीँ सरकारी फॉर्म में इस तरह का वाक्या होना दुर्भाग्यपूर्ण बात है की जहाँ सरकारी डॉक्टरों के उपलब्ध रहते हुए भी मुर्गियों की जान नहीं बचाया जा सका. तो प्राइवेट फार्मों की क्या स्थिति होगी.
- H5-N1 वायरस से फैलती है यह बिमारी
जानकारी के मुताबिक, बर्डफ्लू की यह बिमारी H5-N1 वायरस से फैलती है. इस बिमारी के शिकार पक्षियों के साथ इंसान भी होते हैं. इस बिमारी का वायरस इतना खतरनाक होता है की इंसान और पक्षियों की मौत हो जाती है. अभी तक बर्डफ्लू का कारण पक्षियों को ही माना जाता है. लेकिन कई बार यह इंसान से इंसान को हो जाता है. और इस बिमारी के शिकार इंसान को मौत का ख़तरा रहता है.
- 06 महीने के लिए बंद किया जायेगा फॉर्म
बिमारी के बाद अब उस शासकीय फॉर्म को 06 महीने के किये बंद किया जायेगा. इस फार्म में सभी मुर्गियों की संख्या को ज़ीरो करने. उनका खाना दाना और प्लास्टिक को ख़राब करके जमीन के 15 फ़ीट निचे गाड़ा जायेगा. कोई नया मुर्गी अंदर नहीं आये इसके लिए बैकुण्ठपुर बॉर्डर को सील किया जायेगा.
- एक किलोमीटर दायरे के पोल्ट्री फॉर्म और चिकन शॉप हटाए जायेंगे
पशुपालन विभाग के संचालक ने बर्डफ्लू की पुष्टि होते ही. कलेक्टर को नोटिफिकेशन जारी किया है. जिसके बाद आज फॉर्म में बचे हुए हज़ारों मुर्गियों और बटेरों को डिस्पोज करने की करवाई शुरू कर दी गई है और अगले दिन से नगर निगम और जिला प्रशासन की मदद से 01 किलोमीटर के दायरे में फैले सभी पोल्ट्री फार्म, मुर्गी विक्रेताओं और चिकन मटन के दुकानों को हटाया जायेगा.
इस संबंध में पशु पालन विभाग के संचालक केके ध्रुव ने फ़टाफ़ट न्यूज़ डॉट कॉम को बताया कि शासन की ओर से नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है. अब जो भी पोल्ट्री है. उसको डिस्पोज करने की कार्रवाई चल रही है.