शराब की चाहत मे हाथी उजाड रहे है बस्ती……. ले रहे है इंसान की जान

  • हाथी प्रभावित क्षेत्र से शराब की जा रही है जप्त
  • ग्रामीणो को समझाईस देने हाथी प्रभावित गांवो का लगातार भ्रमण कर रहे है वन अधिकारी 

अम्बिकापुर

इंसान को शराब पीकर ताडंव मचाते तो आपने कई बार देखा होगा, लेकिन सरगुजा जिले मे हाथी भी शराब पीकर उत्पात मचाते है, ये सुनकर आपको हैरानी होगी । लेकिन वन विभाग के अधिकारी घर मे शराब बनाने और रखने को हाथियो के उत्पात की बडी वजह मान रहे है। दरअसल छत्तीसगढ जंहा नक्सल आंतक के साए मे है,, तो वही उत्तरी छत्तीसगढ हाथी आंतक का दंश झेल रहा है,, उत्तरी छत्तीसगढ का सरगुजा जिला पूरी तरह से हाथी की उत्पाती चहलकदमी से ग्रसित है। जिसमे हाथी इंसान और उनके आशियाने दोनो को अपना शिकार बना रहे है। खास बात ये है कि ये हाथी ये सब कुछ शराब के नशे के लिए कर रहे है।

क्षतिग्रस्त माकान के भीतर सो रहे मां बेटे ,,, खटिया के ऊपर गिरा घर का मलवा, टूटी साईकिल के साथ ही माटी के घर के अंदर रसोई मे फैले बर्तन और अनाज इस बात के गवाह है कि यंहा भंयकर त्रासदी आई होगी,, और ये त्रासदी किसी और कि वजह से नही बल्कि रियासतकाल मे इंसान के वफादार समझे जाने वाले उस हाथी नाम के जानवर ने फैलाई है,, जो उजडते जंगल और जंगल मे इंसानो के अतिक्रमण के कारण उग्र हो चुका है। ये दर्दनाक तस्वीर सरगुजा के मैनपाठ इलाके के कंडराजा बस्ती की है जंहा पिछले दो दिनो मे 24 हाथियो के दल ने अपनी संख्या के बराबर घर तोड दिए है.. और इन आशियानो मे रहने वालो को सारी रात खुले खेत मे बितानी पड रही है,, जिससे वो हाथी का आहट पाकर अपनी जान बचा सके।71144b57-d071-4483-b9ac-008eae5bca96

मैनपाठ के कंडराजा बस्ती को हाथियो ने लगभग पूरी तरह से उजाड दिया है.. हाथियो की तबाही से उजडी इस बस्ती मे रहने वाली  नाम की एक ऐसी महिला भी है, जिसने दो रात मे ही अपना सब कुछ खो दिया, दरअसल एक दिन पहले हाथियो ने इसके पति की पटक पटक कर जान ले ली और कल रात हाथियो के दल ने इसका आशियाना भी इससे छीन लिया,,

हाथियो के इस उग्र रुप की पडताल करने जब हम मैनपाट के कंडपाल गांव पंहुच ही रहे तो रास्ते मे ही एसडीओ फारेस्ट की अगुवाई मे वन अमला महुआ शराब और राईस बियर की हंडी को जप्त कर ले जा रहा था। तो हमने इस कार्यवाही की वजह वन विभाग के एसडीओ चूडामणि सिंह से जानने की कोशिश की , जिसके बाद एक ऐसा सच सामने आया जिसने हाथियो के तांडव की कलई खोल कर रख दी, दरअसल वन विभाग के अधिकारियो ने ही बताया कि हाथियो शराब के शौखीन है और घर मे रखे शराब की खुशबू से वो पहले घर को तोडते है फिर घर के अंदर हंडियो मे रखी शराब को पीकर और ज्यादा उत्पाती हो जाते है, और घरो के साथ इंसान को नुकसान पंहुचाने लगते है..

सरगुजा जिले के मैनपाट मे पिछले 15 दिनो से अपना उग्र रुप दिखाने वाले 24 हाथियो का दल पिछले 15 जनवरी से सरगुजा और रायगढ के वन अमले औऱ ग्रामीणो के लिए मुसीबत बना है, ये हाथियो का दल दिन के वक्त मैनपाट से नीचे रायगढ जिले के जंगल मे उतर जाता है और रात होते ही सरगुजा के मैनपाट के गांवो को अपना निशाना बनाता है….