जांजगीर चांपा। पामगढ़ विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस को पछाड़ आगे निकल रही है.. तो वही नंबर वन पर बीएसपी की पोजीशन बरकरार है…कांग्रेस तीसरे स्थान पर नजर आ रही है.. पामगढ़ विधानसभा सीट आरक्षित होने के कारण यह अनुसूचित जाति वर्ग के वोटरों का संख्या ज्यादा है. जिसके चलते यहां हमेशा त्रिकोणी मुकाबला देखने को मिलता है. लेकिन इस बार कांग्रेस से बगावत कर जोगी कांग्रेस से चुनाव लड़ रहे गोरेलाल बर्मन कांग्रेस पार्टी का खेल बिगड़ने में कोई कसर नहीं चुक रहे है
कांग्रेस को जोगी कांग्रेस से भारी नुकसान होते दिख रहा है.. तो वही कछुआ की चाल से धीरे-धीरे भाजपा प्रत्याशी संतोष लहरे आगे बढ़ रहे हैं.. मौजूदा विधायक एवं बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी इंदु बंजारे सबसे ज्यादा बढ़त बनाई हुई है… लेकिन कुछ एक क्षेत्र पर इंदु बंजारे को भी भारी विरोध झेलना पड़ रहा है.. मौजूदा 5 साल में अपेक्षा के अनुरूप काम नहीं करने के कारण जनता नाराज है. तो वहीं कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी शेषराज हरबंश पर बाहरी प्रत्याशी होने का दाग लगा है.जो मिटने का नाम नही ले रहा है. जनता तीनों प्रत्याशी के बीच एक को चुनकर 3 दिसंबर को अपना फैसला सुनाएगी… इसके पहले तीनों पार्टियों में घमासान जारी है.. हालांकि अभी तक देखा गया है कि छत्तीसगढ़ में किसी भी महिला विधायक दोबारा रिपीट नहीं हुआ है.
इसलिए इंदु बंजारे के लिए भी यह चुनाव अग्नि परीक्षा से कम नहीं है. अपनी सीट बचाने के लिए इंदु बंजारे को एंटी इन कॉन्बेंसी से भी जूझना पड़ रहा है. तो वही विपक्ष में रहते कोई खास विकास कार्य क्षेत्र में नहीं कर पाने का मलाल मौजूदा विधायक को है. लेकिन कांग्रेस एवं भाजपा मौजूदा विधायक इंदु बंजारे के ऊपर आरोपों के झड़ी लगा दी है. कांग्रेस प्रत्याशी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के योजनाओं पर भरोसा है. तो भाजपा प्रत्याशी संतोष लहरे के वोटरों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी पर विश्वास है.
अब देखना होगा कि मतदाता किसके ऊपर ज्यादा विश्वास करती है. लेकिन पामगढ़ विधानसभा के मतदाता के ऊपर सबसे ज्यादा स्थानीय एवं बाहरी प्रत्याशी होने का मुद्दा छाया हुआ है जो कम होने का नाम नहीं ले रहा है.. पामगढ़ के मतदाता कांग्रेस प्रत्याशी को बाहरी प्रत्याशी मान रही है. वही दूसरी ओर बीजेपी प्रत्याशी संतोष लहरे का प्रचार प्रसार काफी धीमा है. जिसके चलते बीजेपी में शोर शराबा देखने को नहीं मिल रहा है. बल्कि बीजेपी के मुकाबले बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ता ज्यादा जोश में दिख रहे हैं. कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी अपने मुख्यमंत्री के घोषणा पत्र को लेकर जनता के पास जा रही है. जनता को विश्वास दिला रही है कि आने वाले समय में जनता के हित में पार्टी काम करेगी एवं जनता के आवश्यकता के अनुरूप सरकार योजना बनाई है जिसका लाभ जनता को मिलेगी।