रांची. स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया और यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया के ATM में पैसा डालने के बदले निजी एजेंसी के दो कर्मचारी 4 करोड़ 7 लाख 53 हजार रुपये लेकर फरार हो गये. दोनों कर्मी कैश मैनेजमेंट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के हैं. इस एजेंसी के द्वारा SBI के 16 और UBI के चार एटीएम में ये रकम डाला जाना था. घटना सामने आने के बाद एजेंसी की छानबीन में कुल 17 एटीएम में गड़बड़ी की बात सामने आई है. एजेंसी की शिकायत पर इस सिलसिले में सदर थाने में FIR दर्ज की गई है. प्राथमिकी में दोनों फरार कर्मियों पर पैसे गबन करने का आरोप लगाया गया है. आरोपी गणेश कुमार ठाकुर बिहार के सुपौल के और शिवम कुमार समस्तीपुर के रहने वाले हैं.
एजेंसी के मुताबिक वह निजी और सरकारी बैंकों का पैसा एटीएम तक पहुंचाने का काम करती है. इसके लिए हर रूट पर कैश वैन से एटीएम तक पैसा पहुंचाने के लिए दो कर्मियों को तैनात किये गये हैं. एजेंसी ने रूट नंबर 106 के 20 एटीएम में पैसा डालने के लिए गणेश कुमार ठाकुर और शिवम कुमार को नियुक्त किया था. गणेश पिछले डेढ़ माह से जबकि शिवम 6 दिन से एटीएम में पैसे डाल रहा था. लेकिन एजेंसी के कॉल सेंटर से जब 15 दिसंबर को दोनों को फोन गया, तो उनका फोन बंद था. 16 दिसंबर को दोनों कर्मी ऑफिस नहीं आए. इसके बाद खोजबीन करने पर दोनों लापता पाए गये. एजेंसी के मुताबिक पैसे की गड़बड़ी 5 से 14 दिसंबर के बीच की गई.
इस मामले में पुलिस ने स्पेशल टीम गठित कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस की टीम आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए बिहार भी जाएगी. शुरुआती छानबीन में एटीएम के सेटिंग्स में छेड़छाड़ कर घटना को अंजाम देने की बात सामने आई है. सेटिंग्स में गड़बड़ी कर बड़े नोटों की जगह छोटे नोट रीफिल कर यह खेल खेला गया है.