BIG BREAKING: CG महिला आयोग के अध्यक्ष किरणमयी नायक ने “द केरला फिल्म” को बताया चुनावी स्टंट एवं फर्जी…जांजगीर महिलाओं की जनसुनवाई करने पहुंचने पर दिया मीडिया को बड़ा बयान…

जांजगीर-चांपा…छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक एवं सदस्य श्रीमती अर्चना उपाध्याय ने आज कलेक्टोरेट कार्यालय के सभाकक्ष में महिला उत्पीड़न से संबंधित प्रस्तुत प्रकरणोें पर जनसुनवाई करने पहुची। छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक की अध्यक्षता में आज प्रदेश स्तर की 176 वीं और जिले स्तर की 6वीं जन सुनवाई हुई। जांजगीर-चांपा जिले में आयोजित आज की जनसुनवाई में कुल 40 प्रकरणों पर सुनवाई की गई।

वही मीडिया से चर्चा करते हुए छत्तीसगढ़ महिला आयोग के अध्यक्ष ने इन दिनों की चर्चित फिल्म द केरला फिल्म के संबंध में कहा हैं कि, यह फिल्म सिर्फ चुनावी स्टंट एवं फर्जी फिल्म हैं। केंद्र सरकार को उन महिलाओं को भी देखना चाहिए जो कई दिनों से जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रही बीजेपी सांसद के खिलाफ एफआईआर होने के बाद किसी तरह की कार्यवाही नहीं हो रही। किरणमयी नायक पहलवानों द्वारा धरना प्रदर्शन कर रहे महिला पहलवानो की समर्थन किया।

वही, आज आयोजित जन सुनवाई में महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक ने महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि महिलाएं ढोंगी साधुओं के प्रभाव में आकर अपना घर और भविष्य बर्बाद न करें। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष एवं सदस्य द्वारा 26 मई को भी 40 प्रकरणों की सुनवाई की जाएगी। आज के सुनवाई के दौरान एक प्रकरण में उभयपक्ष ने बताया कि, चांदीपहाड़ गौशाला के साधू के खिलाफ आवेदिका ने 376 की रिपोर्ट दर्ज करायी। इस साधु की वजह से उभयपक्ष के बीच मन मुटाव हुआ था, और सखी सेंटर की पहल से एफआईआर दर्ज हुई थी, तथा सखी सेंटर की काउंसलिंग की वजह से समझौते के साथ-साथ रहने को तैयार हुए। आज दोनों ने स्वीकार किया कि एक दूसरे के विरूद्ध कोई शिकायत नहीं है। अतः प्रकरण नस्तीबद्ध किया गया। सखी संकेत को 376 की प्रकरण की जानकारी लेकर आयोग को जानकारी देने कहा गया।

शराब को लेकर दिया बड़ा बयान…

किरण मयी नायक ने महिला मोर्चा द्वारा शराब बंदी कि मांग को लेकर किये जा रहे प्रदर्शन पर कहा कि, बीजेपी के 15 साल के कार्यकाल पर हमला किया। उन्होंने कहा जब बीजेपी ने 15 साल तक शराब की गंगा बहाई। तब मोर्चा को ध्यान नहीं आया अब राजनिती कर रहे हैं। हमने राज्य सरकार को शराब ही नहीं बल्कि अलग अलग तरीके से किये जाने वाले नशा पर रोक लगाने के लिए पत्र लिखा हैं, और मुख्यमंत्री ने इस पर शीघ्र कार्रवाई का भरोसा दिया हैं।