अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..शिक्षा के नाम पर निजी स्कूल का संचालन कर मोटी कमाई करने वाले संचालक स्कूली बच्चों का कितना ध्यान रखते है. इसका प्रत्यक्ष उदाहरण दिखा है. ग्राम सरगा में संचालित एक निजी स्कूल जहाँ छुट्टी के बाद बच्चे घँटों वाहन के इंतजार में बाहर खड़े ठिठुरते रहे. लेकिन स्कूल प्रबंधन को इतनी फुरसत नही मिली की वो बाहर खड़े बच्चो की सुध ले सके ..या उन्हें ठंड से बचा सके. दूर दराज गाँव से आने वाले इन बच्चो के बारे में स्कूल प्रबंधन को पूरी जानकारी है ..लेकिन वो जानबूझकर बच्चो के प्रति लापरवाह बने रहे. जिस वजह से बच्चे घन्टो ठंड से ठिठुरते रहे. इसी बीच ग्रामीणों की नजर बच्चो पर पड़ी और उन्होंने बच्चों को ठंड से राहत पहुँचाया.
जानकारी अनुसार ग्राम सरगा में नीजि शैक्षणिक संस्थान भारत माता बाल विद्या मंदिर संचालित है. जहाँ दूर दराज ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे भी अपनी सुविधानुसार पढ़ने आते है. हमेशा की तरह गुरुवार को भी ग्राम बेनई से अनुदीप एवं अनुकाश एवं ग्राम गिरहुलडीह से कु निताशा भारत माता बाल विद्या मंदिर पढ़ने आये थे ..और छुट्टी के बाद स्कूल के बाहर खड़े वाहन का इंतजार कर रहे थे. लेकिन काफी देर तक जब वाहन नही आई तो बाहर खड़े बच्चे परेशान होने लगे. धीरे-धीरे समय बढ़ता गया और बच्चे ठंड से ठिठुरने लगे. स्कूल प्रबंधन को यह जानकारी होने के बाद भी कोई उनकी सुध लेने नही आया. स्कूल प्रबंधन की इस लापरवाही से बच्चे काफी देर तक बाहर खड़े ठंड से ठिठुरते काफी परेशान रहे. इसी बीच ग्रामीणों की नजर उन बच्चो पर पड़ी और उन्होंने तरस खाकर बच्चो को ठंड से बचाया और स्कूल प्रबंधन की इस लापरवाही पर असंतोष जताया. इस संबंध में बीईओ नरेंद्र सिन्हा ने जाँच का आश्वासन दिया है.