तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने प्रशासन के दावे हो रहे हैं फेल… शासकीय आईटीआई में नहीं है पर्याप्त संसाधन जिसके चलते पढ़ाई छोड़ने मजबूर है छात्र-छात्राएं… बदहाली में कुलिपोटा शासकीय आईटीआई…

जांजगीर-चांपा। शासन प्रशासन भले ही तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने एवं बच्चों को शिक्षित करने और रोजगार से जोड़ने के लाख दावे कर ले। लेकिन जांजगीर चांपा के शासकीय औद्योगिक संस्थान की हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। जांजगीर-चांपा जिले के समीपस्थ ग्राम कुलीपोटा स्थित शासकीय आईटीआई की स्थिति बदहाल है। संस्थान में इलेक्ट्रिकल ट्रेड में प्रैक्टिकल टूल्स नहीं होने से विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार की जानकारियों से वंचित होना पड़ रहा है, कई विद्यार्थी संस्थान छोड़ने पर भी मजबूर हो रहे हैं, विद्यार्थियों में बताया कि यहां पर्याप्त प्रायोगिक सामग्री नहीं है जिसके चलते उनको दूसरे जगह प्रायोगिक परीक्षा के लिए भेजा जाता है। जिससे विद्यार्थियों के साथ अभिभावक भी इसके आक्रोशित है, नए विद्यार्थी यहां की व्यवस्था देखकर ही निराश हो रहे हैं और स्थिति देखकर यहां से लौट जाते हैं। जिन विद्यार्थियों के पास कोई विकल्प नहीं है,वे मजबूरी में यहां अध्ययन करते हैं। विद्यार्थियों ने शासन प्रशासन से गुहार लगाते हुए संस्थान की व्यवस्था में सुधार के साथ प्रायोगिक परीक्षा के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराने की मांग की है, जिससे उनको प्रायोगिक परीक्षा के लिए अन्य जगह ना जाना पड़े, वही बजट के कमी चलते यहाँ शिक्षकों को कई महीनों से वेतन भी नहीं मिल पाया है, जिससे उनको भी कई प्रकार की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है अब देखना यह होगा कि शासन प्रशासन इस मामले में किस तरह से संज्ञान लेकर कार्रवाई करती है। वही संस्थान के सहायक ग्रेड 3 में पदस्थ प्रमोद देवांगन का कहना है कि यहां मांग पत्र भेजा जाता है लेकिन शासन प्रशासन द्वारा बजट नहीं मिलती जिसके चलते यहां के मेहमान शिक्षकों का कई महीनों से वेतन नहीं मिला है वही छात्र छात्राओं को आवश्यकतानुसार प्रैक्टिकल करने की टूल्स नही मिल पा रहे हैं जिसके चलते आईटीआई की हालत खराब हो रही है।