सड़क दुर्घटनाओं व हादसे में मौत से सहमे सरगुजावासी
अम्बिकापुर (दीपक सराठे)
जनवरी मे सड़क सुरक्षा सप्ताह के साथ-साथ पुलिस व यातायात विभाग द्वारा हेलमेट अभियान चलाये जाने के बाद भी सरगुजा की सड़कों में दुर्घटनाओं का आंकड़ा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। रोज किसी ने किसी परिवार का चिराग व किसी मां की गोद सड़क हादसे में सूनी हो रही है।
पिछले 48 घंटों की बात करें तो सरगुजा क्षेत्र में सड़क दुर्घटना ने लोगों को सोचने के लिये मजबूर कर दिया है। 48 घंटों में 13 लोगों के खून से सरगुजा की सड़क लाल हो चुकी है। बुधवार की सुबह ही जहां लुचकी घाट में कार सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, तो दोपहर में ककना के समीप पिकअप की ठोकर से 3 मोटरसायकल सवार युवक जिंदा जल गये। वहीं हादसे की बात करें तो बुधवार से पहले भीषण आगजनी में अम्बिकापुर राम मंदिर के समीप मां व पुत्र की दम घुटने से मौत हो गई। इन मौतों का सिलसिला आज दूसरे दिन भी जारी रहा। लखनपुर थाना क्षेत्र के उदयपुर ढाब के पास पुलिया के नीचे बोलेरो वाहन गिरने से 3 लोगों की मौत हो गई। वहीं जिला अस्पताल में सड़क दुर्घटना में घायल 3 अन्य लोगों की उपचार के दौरान आज मौत हो गई। इन 48 घंटों में 4 से 5 लोग गंभीर रूप से घायल होकर जिला अस्पताल एवं अन्य अस्पतालों में भर्ती हैं। सरगुजा में 48 घंटे के अंदर लगभग दर्जन भर मौत शासन प्रशासन के लिये एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है। दुर्घटनाओं के रोकथाम के लिये शीघ्र कोई विशेष पहल नहीं की गई तो आने वाले समय में यह आंकड़ा दुर्घटनाओं के क्षेत्र में एक भयावाह रूप बनकर सामने आ सकता है।