40 लाख की बाउंड्रीवाल में आई दरार ,,,,गुणवत्ता के साथ हुआ खिलवाड़,,,,,,

 

जैजैपुर ब्लॉक के किकिरदा पंचायत का मामला

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जांजगीर-चांपा । जिले के जनपद पंचायत जैजैपुर का ग्राम पंचायत किकिरदा में शासन के द्वारा विभिन्न योजनाओं के लिए प्रदत्त राशि कमीशनखोरी के भेंट चढ़ रही है। विकास के नाम पर बहुत सारे कार्य इस ग्राम पंचायत के लिए स्वीकृत हो रहे हैं , तथा प्राप्त कार्यों में कहीं पर भी गुणवत्ता नजर नहीं आ रही है। गुणवत्ता के नाम पर सिर्फ कमीशनखोरी का खेल चल रहा है। कुछ दिन पूर्व इस पंचायत के सचिव सीताराम कर्ष  पर पात्र हितग्राही के लिए आवंटित प्रधानमंत्री आवास को अपात्र व्यक्ति को देने का आरोप लगा था। जिसकी शिकायत पर कलेक्टर जांजगीर चांपा द्वारा रिकवरी का आदेश जारी किया गया था। वर्तमान में 20 लाख लागत की बाउंड्रीवाल ( अहाता ) की एक यूनिट शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला किकिरदा एवं 20 लाख लागत की एक यूनिट शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय  किकिरदा में बाउंड्री वाल का निर्माण किया गया है। गौर करने वाली बात है कि  3 माह हुए इस बाउंड्री वाल में दरारें पड़ चुकी है। इससे बाउंड्री वॉल की गुणवत्ता का अंदाजा स्वतःही लगाया जा सकता है। साथ ही साथ सचिव एवं सरपंच की कार्यशैली का अंदाजा लगाया जा सकता है।
विदित हो कि 20 -20 लाख की दो यूनिट कुल मिलाकर 40 लाख की लागत पर बने बाउंड्री वाल का कार्य निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत किकिरदा का सरपंच ही था। अन्य कार्यों की भांति बाउंड्री वाल का कार्य भी कमीशनखोरी का भेंट चढ़ चुका है । बहरहाल कारण चाहे जो भी हो यह ग्राम पंचायत किकिरदा काफी दिनों से विवाद में है, तथा इस ग्राम पंचायत किकिरदा के सचिव सीताराम कर्ष एवं सरपंच चंद्रशेखर क्षत्रिय के कार्यशैली पर हमेशा उंगली उठती रही है । किंतु  बड़े बड़े काम को  गलत तरीके से करने के बावजूद भी आज तक इन पर शिकंजा न कसना समझ से परे हैं । बहरहाल बाउंड्री वॉल की अगर निष्पक्ष तरीके से जांच किया जाए, तो घटिया गुणवत्ता का उजागर हो सकता है ।