एक हफ्ते में तीसरी बार लगे जाम में देररात 12 बजे से सैकड़ों वाहन फंसे हुए है। पुलिस लगातार जाम खुलवाने का प्रयास तो कर रही है। लेकिन कीचड़ में तबदील हुई सड़क जाम खुलने का नाम नहीं ले रहा है। सैकड़ों वाहन जाम में फंसे हुए है। बमुश्किल से वाहन जैसे-तैसे निकलने का प्रयास कर रहे है।
सतना-चित्रकूट सड़क क मार्ग म.प्र. सड़क विकास निगम द्वारा बनाई जा रही है। बताया जाता है कि पुराना ठेका निरस्त करने के बाद म.प्र. सड़क विकास निगम द्वारा मझगवां से चित्रकूट तक 43.92 किलोमीटर अधूरी व जर्जर सड़क बनाने का ठेका मेसर्स तिरुपति कन्स्ट्रशन कंपनी को दिया गया है। इस सड़क की लागत 1 अरब 11 करोड़ 14 लाख है। ठेका कंपनी तिरुपति कंस्ट्रशन द्वारा उत सड़क निर्माण का काम पेटी कांट्रैट के रूप में शिव शति कंस्ट्रशन कंपनी रीवा को दे दिया गया है। शिवशति कंस्ट्रशन कंपनी के ठेकेदार संजय सिंह चौहान द्वारा काम तो शुरू किया गया है, लेकिन इस सड़क के ठेकेदारों पर सरकारी मेहरबानी ने श्रद्धालुओं व क्षेत्राीय रहवासियों को मुसीबत में डाल रखा है। सूत्रों के मुताबिक सड़क क निर्माण पूरा होने की नई अवधि अक्टूबर 2017 निर्धारित की गई है।
धर्मस्थलों में श्रद्धालुओं को सुविधाए देने का सरकार चाहे जितना दावा करे लेकिन सरकारी दावे की पोल चित्रकूट जाने वालेश्रद्धालुओं को मिलने वाली सुविधायें खोल रही है । सतना-चित्रकूट सड़क मार्ग की कहानी बेहद डरावनी है। इस सड़क निर्माण का काम 7 साल पूर्व म.प्र. सड़क विकास निगम द्वारा वर्ष 2009 में शुरू किया गया था और सड़क निर्माण का ठेका गुडग़ांव हरियाणा की कंपनी मेसर्स एसएमईसी इंटरनेशनल प्रा.लि. को दिया गया था।
उस दौरान सड़क की लागत 1 अरब 21 करोड़ 78 लाख रुपये आंकी गई थी। मेसर्स एसएमईसी इंटरनेशनल कंपनी ने यह काम एग्रीमेन्ट के आधार पर दिलीप बिल्डकान को दे दिया था। दिलीप बिल्डकान ने सतना से मझगवां तक सड़क का काम पूरा किया लेकिन आगे की सड़क नहीं बना रहा है।