कोरिया
मनेन्द्रगढ़ DFO और वन कर्मचारी संघ के बीच चल रहे विवाद का पटाक्षेप कल लंबे चले ड्रामे के बाद हुआ। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार 5 ज़िलों के पदाधिकारी जब बात करने DFO के पास पहुंचे तो पहले सहमती बन गयी कि क्या ड्राफ्ट तैयार होगा। पर अधिकारी ने मीडिया में बात जाने क्र लिए मना कर दिया। उसके बाद जो पत्र दिया उसमे इस उन बातो का उल्लेख नही था। जिस पर सहमति बनी थी जिसके बाद संघ के पदधिकारी फिर नाराज हो गए और जमकर नारेबाजी करने लगे। अधिकारी ने पुलिस बुला ली। जिसके बाद फिर बड़े अधिकारीयों के साथ बैठक हुई और अंतत जीत कर्मचारी संघ की ही हुई। और अब डेम के मामले में कार्यवाही ठेकेदार और विभाग पर करने का निर्देश दिया गया और अब कर्मचरियों से दुर्व्यवहार ना करने की बात भी सामने आई है।
गौरतलब है कि जल संसाधन विभाग के डेम को लेकर 2 साल बाद DFO की कार्यवाही पर विवाद खड़ा हो गया था। निरिक्षण में गए DFO ने दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था वही कर्मचारियों का कहना था कि जिस डेम के लेआउट में खुद DFO उपस्थित थे तो हमारी गलती कैसे हो सकती है। कर्मचारी संघ के पदाधिकारियो की माने तो पर्यावरण का ध्यान नही रखते हुए ऐसे कई प्रोजेक्ट को स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है।