अम्बिकापुर
मोदी सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर मनाए गए विकास पर्व पर छ.ग. शासन के श्रम एवं खेल मंत्री माननीय भैयालाल राजवाड़े एवं सरगुजा सांसद माननीय कमलभान सिंह तीन दिन पहले बरियों गांव पंहुचे थे,, इस कार्यक्रम के दौरान स्थानीय क्षेत्रों के सरपंचों द्वारा जनपद पंचायत राजपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (डिप्टी कलेक्टर) नवीन भगत की शिकायत सांसद सरगुजा से की गई । जिस पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष प्रभात खलखो ने राजपुर जनपद सीईओ पर गंभीर आरोप लगाए है। उनके मुताबिक स्वच्छ भारत अभियान में बनने वाले शौचालय निर्माण सहित सभी विकास कार्याें में 5 से 10 प्रतिशत कमीशन की राशि के बिना सभी प्रकार के भुगतान कई महीनों से रोक दिये गये हैं । साथ ही जनप्रतिनिधियों द्वारा उक्त मामले के संबंध में फोन करने पर वे बात भी नहीं करते हैं। स्थानिय जनप्रतिनिधि उक्त अधिकारी के व्यवहार और भ्रष्ट तंत्र से त्रस्त हैं। सरपंचों व जनप्रतिनिधियों द्वारा इस कमीशन खोरी व भ्रष्टाचार की शिकायत करने पर माननीय सांसद कमलभान सिंह ने अफसर को अपने कार्यप्रणाली को सुधारने की बात कही व जनता के हित में काम करने के निर्देष दिए साथ ही उच्च अधिकारीयों से इस बात की शिकायत करने कहा। जिससे क्षुब्ध उक्त अधिकारी द्वारा उल्टे माननीय सांसद जी के ही उपर झुठा आरोप लगा अपने आप को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
जिला पंचायत सरगुजा के उपाध्यक्ष प्रभात खलखो ने उक्त अधिकारी के कृत्य की कड़े शब्दों से निन्दा करते हुए सांसद की कार्यषैली की प्रशंसा की है और कहा कि अधिकारी अपने भ्रष्ट कृत्यों को छिपाने के लिए सरगुजा के सरल, मृदुभाषी एवं मिलनसार सांसद माननीय कमलभान सिंह जी के उपर गाली गलौच का मित्या व अनर्गल आरोप लगा रहे हैं साथ ही अन्य अधिकारीयों एवं कर्मचारियों द्वारा नवीन भगत जैसे भ्रष्ट अधिकारी का साथ देना यह प्रस्तुत करता है की सभी अधिकारी व कर्मचारी उपरोक्त अधिकारी के साथ भ्रष्टाचार एवं कमीषनखोरी में लिप्त हैं तथा जनता का शोषण कर रहे हैं जो कि असहनीय है साथ ही उन्होंने कहा कि जन-अदालत लगाकर जिन जिन सरपंचों से कमीषन की राषि ली गई है उसे डिप्टी कलेक्टर से बैठकर वापस करवाएंगे जिससे दुध का दुध और पानी का पानी हो जाएगा।
प्रभात खलखो ने बलरामपुर कलेक्टर एवं पुलिस अधिक्षक से मांग करते हुए कहा है कि सरपंचों के द्वारा की गई षिकायत के आधार पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी नवीन भगत को सांसद पर लगाए गए झुठे आरोप व भ्रष्टाचार के षिकायत पर छ0ग0 सिविल सेवा आचरण अधिनियम के तहत तत्काल निलंबित किया जाए और उक्त अधिकारी के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज किया जाए।
जिला पंचायत के उपाध्यक्ष ने कहा है कि अगर उक्त अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जाती है तो संभाग के समस्त जनप्रतिनिधियों व आम जनता के साथ वे आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।