रायपुर.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से तकरीबन 120 किमी दूर कवर्धा में पानी की कमी से जूझते कुछ दर्जन लोगों ने किसी भी सरकारी मदद के बिना खुद ही एक पहाड़ को 45 फीट खाेदकर पानी निकाल लिया। सबसे बड़ी बात है कि उन्होंने इस मुश्किल काम को 44 डिग्री के टेम्परेचर में लिमिटेड रिसोर्सेस में पूरा किया। 26 दिन तक 40 लोग साथ, खाना-पीना भी एक साथ…
रंग लाई पुरुष, महिलाओं और बच्चाें की मेहनत
कवर्धा से करीब 70 किलोमीटर दूर पंडरिया ब्लाॅक के अमनिया पंचायत का गांव है पीपरटोला। यहां ज्यादातर बैगा आदिवासी ही रहते हैं।
इस गांव में आठ बोर थे, लेकिन गर्मी में सब सूख चुके थे। ऐसे में पानी के लिए परेशान आदिवासियों ने सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटना शुरु किया।
काफी वक्त के बाद भी कोई सरकारी मदद न मिलते देख आदिवासियों ने आखिरकार गांव के पास पहाड़ को खोदकर पानी निकालने का फैसला किया।
23 अप्रैल को गांव के 40 लोग इकट्ठा हुए, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। पिछले कुछ दिनों से यहां तकरीबन 42 से 44 डिग्री तक टेम्परेचर रहा है। इस टेम्परेचर में भी सारे लोग दिन-रात पहाड़ खोदते रहे।
इस दौरान इन चालीस लोगों का खाना-पीना भी एक साथ होता। पुरुष खुदाई करते, महिलाएं मिट्टी ढोतीं और बच्चे जितनी मिट्टी हटा सकते, हटाने में मदद करते।
इस तरह से 24वें दिन गीली मिट्टी निकलनी शुरु हुई और 26 दिन बाद 45 फीट की गहराई में पानी रिसना शुरू हो गया।
उन्होंने अभी खुदाई जारी रखी है, ताकि कुएं की गहराई ज्यादा हो और आने वाली गर्मियों में गांव वालों को पानी की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।