नीचे गोदाम मे लगी आग : ऊपर माकान मे मां बेटे की दर्दनाक मौत

दुकान व मकान में लगी भीषण आग… मां व मासूम बेटे की मौत

अपने लाडले को सीने से लगाये रखी मां

अम्बिकापुर

अम्बिकापुर नगर के पुराना बस स्टैण्ड के समीप शारदा लॉज के पीछे मनीष बैग हाउस नामक दुकान में देर बुधवार की शाम करीब नौ शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। देखते ही देखते आग भयावाह रूप ले लिया। आग ने दुकान के ऊपर स्थित मकान को भी अपनी चपेट में ले लिया। मकान में आग फैलने के कारण अग्रवाल परिवार के 6 सदस्य घर में ही फंसे रहे। चारों तरफ फैली आग से उन्हें कहीं भी बाहर निकालने का रास्ता नहीं मिल रहा था। सूचना पर पहुंची दमकल कर्मियों व परिजनों ने परिवार के चार सदस्यों को तो किसी तरह घर से बाहर निकालने में सफल रहे। लेकिन घर में मौजूद मां-बेटे को घर से बाहर नहीं निकाल पाये, जिसकी वजह से 35 वर्षीय मां रेणु तायल व 9 वर्षीय बेटा शौर्य की धुंये के बीच दम घुटने व झुलसने से मौत हो गई। दमकल कर्मी जब अंदर पहुंचे तो देख आचश्र्य चकित रह गये। मां ने पुत्र को सीने से लगाये रखा था, लेकिन जानलेवा धुंये और आग की तपिश के कारण दोनों की मौत हो गई। घटना की b0c87040-950d-49e2-8d79-247e569fdcedसूचना पर सरगुजा कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन, एसपी आरएस नायक सहित प्रशासनिक अमला मौके पर मौजूद थे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार राम मंदिर के पीछे संकरी गली में ओम प्रकाश तायल का मकान है। नीचे ओम प्रकाश तायल का मनीष बैग हाउस नामक दुकान थी। उनका पूरा परिवार दुकान के ऊपर दूसरी-तीसरी मंजिल में रहते हैं। रात लगभग 9 बजे आग दुकान में शार्ट सर्किट की वजह से आग लग गई। देखते ही देखते आग ने भीषण रूप धारण कर लिया और ऊपरी मंजिल में ही तेजी से फैल गई और अपनी चपेट मे ले लिया। इस दौरान परिवार के आधार दर्जन लोग ऊपरी मंजिल मकान में ही फंसे रहे। घटना की सूचना पर दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे। दमकल कर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद परिवार के चार सदस्यों को तो बाहर निकाल दिया, लेकिन मनीष तायल की पत्नी रेणु अग्रवाल व 9 वर्षीय पुत्र शौर्य तायल मकान के ऊपर ही फंसे रहे। आग ने इतना भीषण रूप ले लिया था कि सभी कमरे में धुंआ भरा हुआ था। दमकल कर्मियों को भी समझ में नहीं आ रहा था कि उन्हें बाहर कैसे निकाला जाये। जब तक दमकल कर्मी तीसरी मंजिल मकान के अंदर घुसने में कामयाब हुये मां-बेटे की मौत हो चुकी थी। घटना में आहत तायल परिवार के मनीष और पिंकी को जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार जारी है।

 

सकरी गली में मकान होने के कारण पहुंचने में हुआ विलंब
आग लगने की सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर तो शीघ्र पहुंच गई थी लेकिन मकान सकरी गली में होने के कारण उन्हें घटनास्थल तक पहुंचने में थोड़ी देरी हो गई। उपलब्ध संसाधनों के बीच दमकल कर्मी दोनों थाने के पुलिस, परिजन व पड़ोसियों ने आग बुझाने घंटो काफी मशक्कत की, लेकिन मां व बेटे को नहीं बचाया जा सका।

फायर ब्रिगेड के पास नहीं था पर्याप्त संसाधन
भीषण आग के बीच मकान में घुसने के लिये दमकल कर्मियों के पास न तो गमबूट था और न ही मास्क। जिस कारण दमकल कर्मी को मकान के अंदर घुसने काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। इधर मृतक के परिजन हो रही देरी से बौखला उठे और झुमाझटकी की स्थिति भी निर्मित हो गई थी।