जांजगीर-चांपा। जिला कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष रश्मि गबेल के पति नारायण गबेल को जिला निर्वाचन आयोग का नोटिस जारी हुआ है। आपको बता दे कि नारायण गबेल कृषि विभाग मे कार्यरत है लेकिन शासकीय नौकरी करते हुऐ वे हमेशा कांग्रेस पार्टी के बैठक व रैलीयों में हमेशा शामिल होते रहे । जिसकी शिकायत जिला निर्वाचन आयोग तक पहुची और आयोग ने उनको कारण बताओ नोटिस दिया है दुबारा अगर उनकी शिकायत आती हैं तो सक्त कार्रवाई की जायेगी। चूंकि, प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और पत्नी पार्टी की जिला अध्यक्ष हैं तो इस बात का फायदा उठाने से नारायण गबेल नहीं चूक रहे थे। वे कृषि विभाग में कार्यरत् हैं, बावजूद इसके, कांग्रेस की प्रत्येक बैठक में उनकी उपस्थिति देखी जा रही थी। कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में लोकसभा क्षेत्र में जहां-जहां कार्यकर्ता सम्मेलन हो रहे हैं, वहां पूरे समय तक उनकी उपस्थिति रहती थी. इस पूरे घटनाक्रम की तस्वीरें सोशल मीडिया में लगातार वायरल हो रही थी, जिससे जिले का राजनीतिक माहौल गरमाने लगा है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति चाहता है कि वो कांग्रेस में रहकर अपनी स्वार्थसिद्धि करे। कुछ इसी का रवैया कांग्रेस की जिला अध्यक्ष रश्मि गबेल के पति नारायण गबेल का भी है। वैसे तो वे कृषि विभाग के कर्मचारी हैं, लेकिन कांग्रेस की प्रत्येक बैठक से लेकर अमूमन सभी कार्यक्रमों में उनकी उपस्थिति रहती है। ऐसा तब से हो रहा है, जब उनकी धर्मपत्नी को कांग्रेस के जिला अध्यक्ष का दायित्व भी नहीं मिला था। वे अपनी ड्यूटी छोड़कर काफी समय से पत्नी के आगे-पीछे ही घूम रहे हैं। हद तो तब हो जा रही है, जब लोकसभा चुनाव को लेकर इन दिनों कांग्रेस की जगह-जगह बैठकें हो रही हैं और उन बैठकों में जिला अध्यक्ष रश्मि गबेल के शासकीय सेवक पति नारायण गबेल की मौजूदगी देखी जा रही है। बताया जा रहा है कि वे अपने कर्तव्य पर उपस्थित रहने के बजाय नेतागीरी में इसकदर मशगूल हैं कि उन्हें निर्वाचन आयोग की कार्यवाही का भी भय नहीं था।