@parasnathsingh
सूरजपुर सूरजपुर विकासखंड के आसपास के कोयलांचल क्षेत्रों सहित जंगलों में अवैध गमला भट्टा व् चिमनी भट्टा का सञ्चालन किया जा रहा है। जिसमें समस्त नियम कायदों को ताक में रखकर बड़े पैमाने पर आबादी क्षेत्रों एवं बस्तियों के अंदर ईट भट्टा का कारोबार चल रहा है। डेडरी, सलका,मानी,सपकरा,पोड़ी, जोबगा,केतका,भरतपुर,गेतरा इन क्षेत्रों में बस्तियों में ईंट भट्टा संचालित है। पोंड़ी व कंदरई में जंगल के अंदर चिमनी भट्टा का संचालन हो रहा है। चूँकि जानकारी के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र के बस्तियों से तीन – चार सौ मीटर दूर ईंट भट्टो व् जंगलो से पांच किलोमीटर दूर भट्टो का संचालन होना चाहिए। लेकिन इन क्षेत्रों में बस्तियों के अंदर अवैध ईंट भट्टो का संचालन हो रहा है। खास बात यह है की गांव में बस्तियों अंदर एवम् जंगलो में भी भट्टो का संचालन किया जा रहा है। ताकि शासन प्रशासन के नज़रो में बचा जा सके। इन पर कोई कार्यवाही नही होने उक्त कारोबार से शासन को राजस्व की भी क्षति हो रही है। साथ ही अवैध ईंट भट्टो के कारोबार को बढ़ावा मिल रहा है। व् साथ ही अवैध रूप से चल रहे ईंट भट्टो पर कार्यवाही न किये जाने से विभागीय अधिकारियों की कार्यशैली पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं। आज तक विभागीय अधिकारियों द्वारा कार्यवाही नहीं किए जाने से अवैध् कारोबारियों के हौसले बुलंद हैं। इन सभी क्षेत्रों के स्थानों पर सैकड़ो की संख्या में भट्टे लगे हुए हैं। और लगभग सभी ईंट भट्टो में चोरी का कोयला उपयोग हो रहा है। और हर भट्टे में कोयला का ढेर जमा रहता है।
पानी का हो रहा दुरुपयोग…
ईंट भट्टो के लिए पानी की जरुरत सबसे अधिक होती है। इसी कारण अधिकतर भट्टो में नदी व् तालाबों का पानी का उपयोग होता है। तथा कुछ स्थानों में कॉलरी के खदान का पानी जो आम लोगों के निस्तार एवं खेती के लिए है। उस पानी को भट्टो के आसपास अभी से ही पानी की समस्या उत्पन्न होने लगी है। जिससे इंसान तो क्या जानवरों को भी पिने का पानी नहीं मिल रहा है। वहीँ मानी के पटेलपारा व् सलका, सपकरा, जोबगा इन क्षेत्र के बस्तियों में अवैध ईंट भट्टो के संचालन से निकलने वाले धुँए से आमजनों को सांस संबंधी बिमारी होने का हमेशा खतरा बना रहता है। आमजनों ने उच्चाधिकारियों से इस ओर त्वरित कार्यवाही किये जाने की मांग की है।
सुभाष चंद्र साहू (जिला खनिज विभाग निरीक्षण अधिकारी,सूरजपुर)
आपके द्वारा जो जानकारी दी जा रही है। उस पर तत्काल सभी पंचायतो में चल रहे अवैध ईंट भट्टो का जाँच कराया जायेगा साथ ही उनपर कार्यवाही भी होगी।
बाबूलाल सिंह (वनपाल केतका बीट)
जंगलो में जो ईंट भट्टा संचालन हो रहे हैं। वह गलत है। जंगलो से 4-5 किलोमीटर दुरी में होना चाहिये। उसमे तुरंत जाँच कराकर ईंट भट्टा संचालकों पर कार्यवाही होगी।