राजनांदगांव.. (कृष्णमोहन कुमार)..जिले में एक महिला अपने ही द्वारा रचे गए साजिश का शिकार हो गई.. प्रेमी के साथ मिलकर रची गई इस साजिश में महिला के प्रेमी का एक दोस्त भी शामिल था..वही पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है..
दरअसल मामला डोंगरगांव के कविराजटोला गांव का है..कविराजटोला निवासी पवन ज्ञानचंदानी का अपनी पत्नी निर्मला ज्ञानचंदानी से पिछले कई दिनों से विवाद चल रहा था..जिसके चलते दोनों अलग अलग रह रहे थे..30 वर्षीया महिला निर्मला अपने प्रेमी इमानवेल के साथ पेंड्री स्थित अटल आवास में रहती थी..और पति से बदला लेने के लिए उसने प्रेमी के साथ मिलकर एक साजिश रची थी..
बता दे कि पवन ज्ञानचंदानी को फंसाने के लिए निर्मला, उसका प्रेमी इमानवेल और राजीव नगर बसंतपुर निवासी इमानवेल का एक दोस्त महेंद्र ने स्वतंत्रता दिवस के पहले डोंगरगांव से लगे ग्राम बुद्धूभरदा श्मशानघाट के अलावा पैरी नदी के पास कथित नक्सली बैनर-पोस्टर लगाया था.. इसमें स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा नहीं फहराने की धमकी दी गई थी..आरोपियों द्वारा लगाए गए इस बैनर पोस्टर में उन्होंने पवन को नक्सली कमांडर बताया था..यही नही 23 अगस्त की रात को आरोपियों ने पवन की कार के बाहर नक्सली बैनर लगा दिया. कार के भीतर भी बैटरी, इलेक्ट्रिक वायर समेत संदेहास्पद समानों को रख पुलिस को इसकी सूचना भी दी थी..
वही पुलिस ने कार की तलाशी लेकर पवन से पूछताछ भी की थी..मगर पुलिस को कुछ खास जानकारी नही मिल सकी..जिसके बाद पुलिस ने पवन के सम्बंध में जानकारी हासिल की..और उसके बाद पुलिस को पति -पत्नी के बीच चले आ रहे विवाद की जानकारी मिली ..फिर पुलिस ने इस एंगल पर अपनी जांच आगे बढ़ाई..राजनांदगांव के एएसपी यूबीएस चौहान के मुताबिक पुलिस पवन व उसकी पत्नी निर्मला पर नजर रख रही थी..और पुलिस को महिला की गतिविधियों ने हैरान किया..जिसके बाद पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने अपना अपराध कबूल कर लिया..
इसके अलावा आरोपियों ने ग्राम सुकुलदैहान के एक दुकान से नक्सली बैनर बनाने के सामान खरीदे थे. पुलिस ने तीनों के खिलाफ राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम की धारा 2 के अलावा धारा 505, 506, 507 के तहत अपराध दर्ज कर..तीनो को कोर्ट में पेश किया जहाँ से तीनों को रिमांड पर जेल भेज दिया गया..