9 सालो से रोजाना 8 किलोमीटर पहाड़ी चढकर पहुंचते हैं स्कूल.. इस शिक्षक के “जज्बे को सलाम “..

बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस पर प्रत्येक वर्ष 5 सितंबर को आयोजित होने वाले शिक्षक दिवस में वैसे तो सरकार सेवानिवृत्त शिक्षकों से लेकर मौजूदा समय मे शिक्षकीय कार्य मे संलग्न शिक्षकों का सम्मान तो करती है..पर जिले में आज एक ऐसे शिक्षक को सम्मानित कर शिक्षा जगत को गौरान्वित किया है..जो पथरीली पहाडियों मे रोजाना 8 किलोमीटर पैदल चढ कर स्कूल पहुंचता है और बच्चों को बेहतर तालीम देता है..

बता दे की जिले के शंकरगढ़ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत कोठली के आश्रित ग्राम भालूपानी स्थित है..जहाँ प्राथमिक शाला तो है..पर स्कूल की खुद की बिल्डिंग नही है..इस स्कूल में पदस्थ है गणेश प्रसाद गुप्ता जिनकी पदस्थापना 21 मई 2009 से भालूपानी प्राथमिक शाला में है..यह सहायक शिक्षक एलबी स्कूल जाने कितनी जद्दोजहद करता है..इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है.. की गणेश प्रसाद सप्ताह के 6 दिन 8 किलोमीटर की दूरी तय कर पहुँचविहीन भालूपानी जाता है..भालूपानी घने पहाड़ियों के ऊपर बसा हुआ है..जहाँ 300 से 350 की आबादी निवासरत है..और ग्रामीणों की तरह ही गणेश प्रसाद भी तमाम सुख सुविधाओं को दर किनार करते हुए बीहड़ पथरीले रास्ते से होकर आठ किलो मीटर का दूरी तय करता है..

ना तबादले की चाह ना कोई फिक्र.. बस शिक्षा का जिक्र.

इस शिक्षक हौसले को सलाम और वह इसलिए कि उनमें बच्चों के भविष्य को लेकर एक अलग ही जुनून है..मूलतः सरगुजा जिले के बोदा निवासी गणेश वर्ष 2009 से शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे है..42 वर्षीय गणेश कहते है..की उन्हें भालूपानी में शिक्षकीय कार्य करते हुए 9 वर्ष हो गए है..इतना ही नहीं इस साहसिक गुरूदेव को स्थान्तरण की ना तो कोई मोह है और ना ही, किसी बात की चिंता… बहरहाल जान हथेली मे रखकर बच्चों का भविष्य तराशने वाला ये जौहरी शिक्षक ही नहीं.. बल्कि उन गुरुजनों के लिए मिशाल भी है. जो पहुंच मार्ग वाले स्कूल पहुंचने मे भी परहेज करते हैं..

इनकी मौजूदगी मे हुआ सम्मान..

दरसल जिले के 21 शिक्षको  और 31 सेवानिवृत्त शिक्षकों को जिलास्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में आज जिला प्रशासन ने सम्मानित किया..इस अवसर पर जिला पंचायत पुष्पा नेताम, रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिह, कलेक्टर एचएल नायक, एसडीएम रामानुजगंज विजय के दयाराम, जिला शिक्षा अधिकारी समेत विभागीय अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे..