रायपुर छत्तीसगढ़ की सरकार और पुलिस के आलाधिकारी, राज्य में आगामी 25 जून को होने वाले ‘महाधरना’ को विफल बनाने के लिए हर हथकंडे अपना रहे हैं. पुलिस कर्मियों को अनुशासन का डंडा दिखाया जा रहा है तो वहीं कई कॉन्स्टेबलों को नौकरी से बर्खास्त करने की चेतावनी दी गई है.
यही नहीं, बगावत करने वाले पुलिस कर्मियों को सचेत करने के लिए लगभग 8 पुलिस वालों को बर्खास्त भी किया गया है और उनके नाम सार्वजनिक किए गए हैं. बागी तेवर अपनाने वाले पुलिस कर्मियों को यह भी चेतावनी दी गई है कि यदि उनके परिजनों ने ‘महाधरना’ में हिस्सा लिया तो इसका खामियाजा उन्हें भुगतना होगा.
क्यों है महाधरना
दरअसल, 25 जून को पुलिस कर्मियों के परिजन रायुपर में ‘महाधरना’ करने वाले हैं. ये पुलिसकर्मियों के वेतन भत्तों में बढ़ोतरी , साप्ताहिक और त्योहारी छुट्टियां, आवास समेत पुलिसकर्मी कल्याण से जुड़ी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना करेंगे.
कांग्रेस का समर्थन
इस ‘महाधरना’ को मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस का भी समर्थन मिला है. पार्टी के सीनियर लीडर पीएल पुनिया ने कहा कि 15 सालों में बीजेपी सरकार ने पुलिस कर्मियों के लिए कोई ठोस काम नहीं किया. यही वजह है कि आंदोलन की नौबत आई है. उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों के प्रदर्शन को रोकने के लिए कड़ाई बरती जा रही है. इससे शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता है.
पुनिया ने कहा कि पुलिस कर्मियों के परिजनों को आंदोलन करने से रोकना और उन्हें हिरासत में लेना उनके व्यक्तिगत अधिकारों का हनन है. उन्होंने एलान किया कि पुलिस परिवार के महाधरने को कांग्रेस का पूर्ण समर्थन है.
अन्य राजनीतिक दलों का भी मिल रहा साथ
छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस ने भी पुलिस परिवार के धरने को जायज ठहराते हुए अपना समर्थन दिया है. पार्टी ने पुलिस कर्मियों की मांगो के समर्थन के लिए हस्ताक्षर अभियान छेड़ा है. पार्टी के नेता योगेश तिवारी ने लोगों के घर जाकर पुलिस परिवार के धरने के लिए उनका समर्थन मांगा.
इसके अलावा आम आदमी पार्टी ने भी पुलिस कर्मियों के परिजनों के प्रदर्शन का समर्थन किया है. पार्टी के नेता सौरभ निर्वाणी ने कहा कि उनके कार्यकर्ता भी धरना प्रदर्शन स्थल पर पहुंचकर पुलिस कर्मियों की मांग का समर्थन करेंगे.
पुलिस कर्मियों को दिया जा रहा लॉलीपॉप
महाधरने से दूर रखने के लिए पुलिस कर्मियों को लॉलीपॉप भी दिया जा रहा है. दंतेवाड़ा रेंज के डीआईजी रतनलाल ढांगी ने बीजापुर में पुलिस कर्मियों को सरकारी मोटरसाइकल सौंपी ताकि वे आवाजाही के लिए प्राइवेट वाहनों पर निर्भर न रहे. परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले पुलिस कर्मियों के बच्चो को उन्होंने पुरुस्कृत भी किया. पुलिस हाऊसिंग कार्पोरेशन के डीजीपी डी.एम. अवस्थी ने कांकेर , बिलासपुर और महासमुंद में पुलिस कर्मियों के लिए बनाए गए भवनों की तस्वीरों को मीडिया के साथ साझा किया है.
उन्होंने बताया कि राज्य के तमाम जिलों में पुलिस कर्मियों के लिए बढ़िया फ़्लैट तैयार किए गए हैं. जल्द उनका आवंटन भी होगा. पुलिस कर्मियों के प्रमोशन की फाइलों पर भी काम हो रहा है.