बलरामपुर:(कृष्णमोहन कुमार) प्रदेश में भाजपा की सरकार को लगभग 15 साल पूरे होने को है..और सत्ताधारी दल के लोग प्रदेश में चहुमुखी विकास की बाते करते नही थकते है..वही इन सब दावों और सरकारी योजनाओं में करप्शन के बीच खबरे निकल कर आ रही है..की इन सब लापरवाहियों से अब बिजली विभाग भी अछूता नही है….और इसका नमूना भी स्पष्ट तौर पर परिलक्षित हो रहा है..की गांव के स्कूली बच्चे पेट्रोल पम्प की रौशनी के सहारे पढ़ रहे है…
दरसल बलरामपुर जिला मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत सरनाडीह स्थित है..जहाँ के अधिकांश पारे टोले में ब्लैक आउट की समस्या ने घर कर लिया है..वैसे ग्रामीणों की माने तो गांव में ब्लैक आउट की समस्या का जन्म लगभग एक से डेढ़ महीने पहले शुरू हुआ था…
बता दे की प्रदेश सरकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय विद्युतीकरण योजना के तहत प्रदेश के पारे,टोले और गाँवो में शत प्रतिशत विद्युतीकरण करने की योजना संचालित कर रही है..और सरकार की यह सोच भी अच्छी है पर सरकार की सोच पर सरकार के ही नुमाइंदे पलीता लगा रहे है…मुख्यालय के करीब बसे गाँवो में जिस तरह से प्रशासन की अनदेखी देखी जा रही है..जिसे देख बतर्ज अनुमान लगाया जा सकता है..की प्रशासन अंधेर नगरी चौपट राजा की तरह ही इन दिनों प्रशासनिक गतिविधियों में लाईट की तरह ही गुल हो गया है…
ग्रामीणों की माने तो गांव में लगा ट्रांसफार्मर बीते महीने खराब हो गया था..और काफी जद्दोजहद के बाद विभाग ने गांव में एक सेकंड हैंड ट्रांसफार्मर लगाया था..लेकिन अब उक्त सेकंड हैंड ट्रांसफॉर्मर ने भी जवाब दे दिया है..गांव में पखवाड़े भर से ब्लैक आऊट है..यही नही यह ब्लैक आउट महज ब्लैक आउट ही नही है बल्कि सरकार की सरप्लस बिजली वाले राज्य के दावे को झुठला रही है…
वही सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों से इस मसले पर सम्पर्क करने की कोशिशें की गई पर उनसे संपर्क नही हो पाया..