बलरामपुर (कृष्णमोहन कुमार) जिले के वाड्रफनगर ब्लाक के तुगमा ग्राम पंचायत में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत बनाये गए शौचालय महज कागजो में आंकड़े बनकर सिमट गए हैं.. ग्रामीण सचिव पति पवन जायसवाल के दबंगई से इतने त्रस्त है की वे खुलकर उनका विरोध भी नही कर पा रहे है..वही ग्रामीणों का कहना है की सचिव पति प्रदेश के एक कद्दावर मंत्री का वर्द हस्त है..
बता दे की ग्राम पंचायत तुगमा में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत 317 शौचालय स्वीकृत हुए थे..जिसमे से 59 शौचालय ही अबतक बनाये गए है..जबकि 48 शौचालय अबतक अधूरे है..और लगभग खुले में शौच मुक्त हो चुके इस गांव में लगभग 200 शौचालय बन ही नही पाए है..कहने को तो ग्राम पंचायत की सचिव सीमा जायसवाल है..लेकिन सचिव का काम सीमा जायसवाल के पति पवन जायसवाल देखते है..सचिव पति की दबंगई का खौफ इतना है की ग्राम पंचायत की महिला सरपंच राजो श्यामले उनके रवय्ये से त्रस्त है..इतना ही नही इस सब मामलों में अधिकारी इसलिये हस्तक्षेप नही कर पा रहे है की सचिव के पति पर गृह मंत्री रामसेवक पैकरा का आशीर्वाद सिर चढ़कर बोल रहा है…
छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की सीमा से सटे ग्राम तुगमा के ग्रामीणों का आरोप है की.. गांव की सचिव सीमा सिंह गांव कभी नही आती बल्कि सीमा पार मध्यप्रदेश में निवासरत है..अब ऐसे में यह सहज अनुमान लगाया जा सकता है,की इस गांव का विकास कैसे हो रहा होगा,या यूं कहें तुम्हारी फाईलो में गांव का रंग गुलाबी है..मगर ये वायदे झूठे है..ये दावे किताबी है..