मुख्यमंत्री ने जशपुर जिले की जनता को 215 करोड़ रूपए के एक हजार से ज्यादा निर्माण कार्यों की सौगात..
जशपुर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि आदिवासी बहुल जशपुर जिला बहुत जल्द छत्तीसगढ़ के सर्वाधिक विकसित जिले के रूप में अपनी पहचान बनाएगा। यह छत्तीसगढ़ में विकास के गढ़ के रूप में तेजी से उभर रहा है। यहां शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पानी सहित जनता की जरूरतों के हिसाब से विगत 14 साल में विकास के इतने कार्य हुए कि अब यह जिला जशपुर विकासगढ़ी के रूप में भी पहचाना जा रहा है। निकट भविष्य में भी इस जिले का चौगुना विकास होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में पंचायत और नगरीय निकाय संवर्ग के शिक्षकों (शिक्षाकर्मियों) की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए उनके संविलियन का निर्णय लिया है, जिस पर जल्द अमल किया जाएगा।
मुख्यमंत्री आज विकास यात्रा के दौरान जशपुर जिले के विकासखण्ड मुख्यालय दुलदुला और जिला मुख्यालय जशपुर नगर में विशाल जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने दोनों आमसभाओं में 215 करोड़ रूपए के लगभग 1312 निर्माण कार्यों की सौगात दी। डॉ. सिंह के हाथों देर शाम जशपुर नगर की आमसभा में 111 करोड़ 70 लाख रूपए 1012 निर्माण कार्यों का और दोपहर दुलदुला में 103 करोड़ 59 लाख रूपए के 300 निर्माण कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन और शिलान्यास सम्पन्न हुआ। मुख्यमंत्री ने जहां दुलदुला में आयोजित आमसभा में विकासखण्ड दुलदुला के युवाओं के लिए 100 सीटों के कौशल विकास केन्द्र खोलने और जशपुर नगर की आमसभा में वहां के जिला अस्पताल के लिए ट्रामा एम्बुलेंस जल्द देने की घोषणा की। डॉ. सिंह ने अगले छह महीने के भीतर जशपुर जिले के शत-प्रतिशत गांवों और घरों का विद्युतीकरण हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने जशपुर नगर के रणजीत स्टेडियम में आयोजित आमसभा में कहा कि यह जिला इस भव्य स्टेडियम के नाम के अनुरूप विकास के रण में लगातार विजयी हो रहा है। इस जिले के लोग काफी परिश्रमी है। यहां के विद्यार्थी काफी प्रतिभावान है और देश और प्रदेश के प्रतिष्ठित शिक्षा केन्द्रों में पढ़ाई करके हर क्षेत्र में अपनी सफलता का परचम लहरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तरी छत्तीसगढ़ का यह जिला विगत 14 वर्षों में सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए सरकार की विभिन्न योजनाओं से इस जिले की तस्वीर तेजी से बदली है। शिक्षा, स्वास्थ्य और कौशल उन्नयन सहित विकास के हर क्षेत्र में इस जिले ने सराहनीय प्रगति की है।
मुख्यमंत्री ने कहा-जशपुर जिले के किसान खेती के साथ-साथ उद्यानिकी और फूलों की खेती में भी काफी दिलचस्पी ले रहे हैं। राज्य सरकार ने इस जिले में कृषि महाविद्यालय की स्थापना की है। मुख्यमंत्री ने कहा-जिले के तहसील मुख्यालय कांसाबेल में 132 के.व्ही. क्षमता के विद्युत उपकेन्द्र का निर्माण तेजी से पूर्णता की ओर है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना में जशपुर जिले ने कीर्तिमान स्थापित किया है। इस वर्ष इस जिले के 122 विद्यार्थी संयुक्त इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (जे.ई.ई.) मेंस में शामिल हुए थे। उनमें से 71 विद्यार्थी सफल रहे। राष्ट्रीय स्तर की इस परीक्षा में सफल होने वाले छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियों में सबसे ज्यादा जशपुर जिले के विद्यार्थियों की है। मुख्यमंत्री ने संघ लोकसेवा आयोग (य.पी.एस.सी.) की परीक्षा में जशपुर जिले के सफल अभ्यर्थी श्री जितेन्द्र यादव का भी जिक्र किया और कहा कि एक गरीब मजदूर परिवार के श्री यादव ने अपनी मेहनत से इस जिले का नाम रौशन किया है। मुख्यमंत्री ने दुलदुला की आमसभा में कहा-जशपुर जिले में वर्ष 2003 में इस जिले में संस्थागत प्रसव की दर सिर्फ 07 प्रतिशत थी, लेकिन सरकार के प्रयासों से जनता में जो जागरूकता आयी है, उसके फलस्वरूप इस जिले के अस्पतालों में प्रसव की दर अब 97 प्रतिशत तक पहुंच गई है। यह महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर जनता में आयी जागरूकता का परिचायक है। डॉ. सिंह ने कहा-विगत 14 वर्षों में इस जिले में कॉलेजों की संख्या दो से बढ़कर 12 हो गई है। अब जशपुर जिले के हर विकासखण्ड में कॉलेज संचालित हो रहे हैं । जिले में युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए 73 कौशल विकास केन्द्र भी चलाए जा रहे हैं। सौर सुजला योजना के तहत जिले के 2600 किसानों को सोलर सिंचाई पम्प दिए गए हैं। अब तक जशपुर जिले के 700 गांवों का विद्युतीकरण हो चुका है।